वाशिंगटन। अंतरिक्ष (Space) की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है. दुनियाभर के वैज्ञानिक (Scientist) इन रहस्यों को सुलझाने के लिए रिसर्च कर रहे हैं. भारतीय मूल की अमेरिका अंतरिक्ष (America Space) यात्री सुनीता विलियम्स फिलहाल अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं. इस दौरान बीते 16 जनवरी को उन्होंने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी ISS पर स्पेस वॉक किया था, जिस दौरान उन्होंने सफेद स्पेससूट पहना हुआ था. लेकिन सवाल ये है कि आखिर स्पेस में स्पेससूट से लेकर विमान तक का रंग सफेद क्यों होता है.
रहस्यों से भरी अंतरिक्ष की दुनिया
बता दें कि अंतरिक्ष की दुनिया को रहस्यों से भरी हुई है. वहीं इन रहस्यों को सुलझाने के लिए सभी देशों के वैज्ञानिक लगातार प्रयास कर रहे हैं. यही कारण है कि अमेरिका,भारत समेत कई देशों की स्पेस एजेंसियों की तरफ से स्पेस में एस्ट्रोनॉट्स को भेजा जाता है. आपने फोटो, वीडियो में देखा होगा कि अंतरिक्ष में या अंतरिक्ष यान में एस्ट्रोनॉट्स को एक खास तरह का स्पेस सूट पहनना पड़ता है. इस दौरान आपने एस्ट्रोनॉट्स को अक्सर सफेद रंग में देखा होगा. हालांकि कई मौकों पर कुछ एस्ट्रोनॉट्स ऑरेंज रंग का कपड़ा भी पहनते हैं. लेकिन क्या आप इसकी वजह जानते हैं.
रॉकेट क्यों होता है सफेद?
इसके अलावा आपने देखा होगा कि स्पेस में जाने वाले स्पेसक्राफ्ट का रंग सफेद होता है. जानकारी के मुताबिक स्पेसक्राफ्ट का रंग सफेद रखने के पीछे की वजह ये है कि सफेद रंग स्पेसक्राफ्ट को गर्म होने से बचाता है. खासतौर पर इसके अंदर क्रायोजेनिक प्रोपलेंट्स को लॉन्चपैड पर और लॉन्चिंग के दौरान सूर्य के रेडिएशन के संपर्क में आने के परिणामस्वरूप गर्म होने से बचाने के लिए इसका रंग सफेद रखा जाता है.
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