संतनगर। उपनगर के संत हिरदाराम गल्र्स कॉलेज में शोध पत्रिका एसएचजीसी जर्नल ऑफ रीसेंट रिसर्च इन साइंस एंड ह्यूमेनिटी का विमोचन किया गया। उक्त जानकारी कॉलेज की प्राचार्य चरणजीत सिंह कौर ने देते हुए बताया कि कॉलेज के निर्देशक हीरो ज्ञानचंदानी, प्राध्यापिका डॉ. माधवी गौड़ एवं डॉ. नेहा गुप्ता के अथक प्रयासों से शोध पत्रिका का विमोचन किया गया, जिसके लिए आवश्यक आईएसएसएन एवं आरएनआई नंबर भी प्राप्त हो चुका है। उच्च शिक्षा संस्थानों में अकादमिक एवं शोध, गुणवत्ता का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है, जिसका समग्र रूप शोध पत्रिका होती है। स्थानीय स्तर पर किए गए शोध वैश्विक स्तर पर प्रभावशील होते हैं। शोध हमें स्वावलम्बी बनाते हैं। आज के संदर्भ में शोध का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि पूरा विश्व इस समय एक अप्रत्याशित शत्रु कोविड-19 के संक्रमण से जूझ रहा है अत: वर्तमान में किए गए शोध हमें नई दिशा दे सकते हैं। इस सफल विमोचन हेतु शहीद हेमू कालानी एजूकेषनल सोसायटी, के सचिव एसी साधवनी ने कहा कि लगन एवं प्रेरणा से इस तरह के उत्कृष्ट कार्य समय-समय पर सतत् रूप से किये जाने चाहिए। ज्ञात हो कि महाविद्यालय प्रदेश के उन अग्रणी महाविद्यालयों में से एक है जो उत्कृष्ट शोध के लिए चिन्हित है।
Share:Related Articles
MP गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाने के मामले में भी देश में अग्रणी
– प्रदेश में अब तक लगे वैक्सीन के 6.43 करोड़ डोज भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना संक्रमण (Corona infection) से बचाने के लिये चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान (vaccination campaign) के प्रति नागरिकों लगातार जागरूक हो रहे हैं और खुद ही टीकाकरण केन्द्र पहुंचकर वैक्सीनेशन करा रहे हैं। राज्य में सोमवार शाम तक […]
इंदौर में वोटरों के 50 बोरी फार्म चोरी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की शिकायत, कलेक्टर इलैयाराजा को हटाने की मांग भोपाल। मप्र में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस जोर लगा रही है। आज मप्र कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग कार्य के प्रभारी जेपी धनोपिया के नेतृत्व में इंदौर कलेक्टर की शिकायत […]
63 आईएएस पर लगे आर्थिक अनियमितताओं की जांच शुरू
भ्रष्टों के खिलाफ सरकार की सख्ती भोपाल। मध्यप्रदेश के अनेक आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। हाल ये हैं कि कई आईएएस अधिकारियों के विरुद्ध तो लोकायुक्त संगठन और राज्य आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में भी शिकायतें लंबित हैं। हालांकि प्रदेश सरकार अब इनपर सख्ती के मूड में है। प्रदेश […]