- 21 जीआरपी थानों में हैं डेस्क
- रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर मददगार बनेंगी महिला डेस्क
भोपाल। जीआरपी थानों में संचालित महिला डेस्क को अब रेलवे स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट किया जाएगा। इसका उद्देश्य महिला यात्रियों को आपात स्थिति में जल्द सहायता मुहैया कराना है। मप्र जीआरपी इस कवायद को जल्द ही अमल में लाएगी। आइजी रेल डॉ. एमएस सिकरवार के मुताबिक महिला यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए महिला डेस्क को प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। मप्र में संचालित 1060 थानों में से 700 में महिला डेस्क काम कर रही हैं। इनमें से 21 जीआरपी थानों की महिला डेस्क को प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट किया जाएगा। पुलिस मुख्यालय की महिला सुरक्षा शाखा की ओर से इस साल 250 और थानों में महिला डेस्क शुरू की जानी हैं। इधर, जीआरपी हेल्प ऐप में शिकायत दर्ज कराने पर संबंधित या इससे अगले स्टेशन पर सहायता मुहैया कराने के लिए क्विक इन्वेस्टिगेशन एंड रिस्पॉन्स टीम की तैनाती है।
मप्र जीआरपी ने स्टेट रिस्पॉन्स मॉनीटरिंग सेंटर की शुरुआत की है। भदभदा रोड स्थित जीआरपी लाइन में ऑफिस शुरू किया गया है। जिम्मेदारी इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी को दी गई है। स्टाफ में 15 कर्मचारियों हैं। सेंटर में मप्र के आदतन अपराधियों का डाटाबेस रखने के साथ ही पड़ोसी राज्यों के अलावा दिल्ली, प. बंगाल आदि राज्यों की जीआरपी से इसेशेयर किया जाएगा। वहां के अपराधियों की जानकारी भी ली जाएगी। इससे अपराध होने पर इनकी धरपकड़ में आसानी हो। इसके अलावा जीआरपी इस सेंटर के अंतर्गत आंतरिक सर्तकता सेल से अपने कर्मचारियों की गतिविधियों पर भी नजर रख रही है। Share: