
नई दिल्ली। मोमोज (momos) खाने में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। एम्स में ऐसा ही एक मामला आया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पाया गया कि एक आदमी के गले में मोमोज फंस गया और उसकी जान चली गई। एम्स के फॉरेंसिक विभाग(forensic department) के एचओडी डॉक्टर सुधीर गुप्ता (Dr Sudhir Gupta) ने कहा कि पब्लिक के लिए यही संदेश है कि मोमोज चबाकर खाएं। इसे निगलने की कोशिश न करें, वरना यह खतरनाक (dangerous) हो सकता है। यह मैदा का बना होता है और निगलने की स्थिति में यह सांस की नली में फंस सकता है। हालांकि यह बहुत रेयर मामला है।
डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने कहा कि साउथ एशिया में पहली बार एम्स में हमने वर्चुअल अटॉप्सी शुरू की है। इसमें हमने सिटी स्कैन जांच की। जिसकी वजह से इसका पता चल सका। आम अटॉप्सी में इसका पता भी नहीं चलता। उन्होंने कहा कि अब तक हम एक हजार वर्चुअल अटॉप्सी कर चुके हैं। आम लोगों के लिए यह जानना जरूरी है कि मोमोज मैदे से बनता है। इसे पानी में उबालकर तैयार किया जाता है। मोमोज चिकना होता है। खाने के दौरान अलर्ट रहें। इसे चबाकर खाएं। निगलने की कोशिश न करें। निगलने पर यह पूरा का पूरा स्लिप होकर गले में फंस सकता है। डॉक्टर सुधीर ने कहा कि इस मामले में शराब पीने वाले को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि ऐसे लोग अक्सर नशे में होते हैं। उन्हें इस बात का ध्यान नहीं रहता है और वो जैसे तैसे खाने लगते हैं। ऐसे लोगों को ध्यान रखना चाहिए।
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