- मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के पदाधिकारियों एवं एनपीएस धारक कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, सीएम को सौंपा ज्ञापन
भोपाल। मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के पदाधिकारियों एवं एनपीएस धारक कर्मचारियों ने अंबेडकर जयंती मैदान तुलसी नगर में पुरानी पेंशन योजना लागू करने तथा न्यू पेंशन योजना वापस लेने एनपीएस के लिए बनाई गई नई कमेटी को भंग करने तथा शेयर मार्केट में एनपीएस कर्मचारियों के जमा पैसे में हुए करोड़ों के नुकसान की भरपाई करने एनपीएस में जमा पैसा कर्मचारियों को वापस करने की मांग के समर्थन में प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में मुख्य रूप से अशोक पांडे, सीपी शर्मा, सत्येंद्र पांडे, सुनील पाठक, श्याम बिहारी, प्रमोद उपाध्याय, शिवप्रसाद सांगुले, नन्नू लाल मालवीय, केके कहार, श्याम चौधरी, श्याम नरते, श्याम लाल विश्वकर्मा, भागीरथ विश्वकर्मा, प्रेम नारायण सिंह, सुरेंद्र यादव आदि एनपीएस धारक कर्मचारी शामिल थे।
मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि सरकार ने सन 2005 के बाद नियुक्त 4,42,141 सरकारी कर्मचारियों और स्थाई कर्मियों को एनपीएस के दायरे में लिया है। एनपीएस योजना का कर्मचारी शुरू से विरोध कर रहे हैं क्योंकि एनपीएस योजना कर्मचारी विरोधी है। एनपीएस योजना में कर्मचारी के वेतन से 10 प्रतिशत राशि काटने के बाद भी उसे ना तो जमा पूंजी का 60 प्रतिशत पैसा मिलता है और ना ही जीवन यापन लायक पेंशन मिलती है। एनपीएस योजना बाजार पर आधारित है। एनपीएस योजना में जमा पैसे को एनएसडीएल कंपनी जिसके माध्यम से एनपीएस योजना सरकार संचालित करवा रही है वह शेयर बाजार में लगाकर कर्मचारियों के पैसे से सट्टा खेल रही है जिस कारण अभी हाल में ही कर्मचारियों को शेयर भाव गिरने के कारण एनपीएस में जमा पैसे में करोड़ों का नुकसान हुआ है।
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