- अब दूसरी तरफ से भी शुरू हो सकेगा काम
इंदौर (Indore)। जबकि दूसरी मशीन आने के बाद सुरंग की दूसरी तरफ (इंदौर एंड) पर भी काम शुरू हो सकेगा।
रेल सूत्रों ने बताया कि दोनों तरफ एक-एक मशीन से काम होगा तो सुरंग जल्द बनाने में मदद मिलेगी। पिछले महीने से सुरंग के भीतर काम की शुरुआत हुई है और पानी निकाला जा चुका है। तीन किलोमीटर लंबी सुरंग जब तक नहीं बनेगी, तब तक इंदौर-धार के बीच रेल कनेक्टिविटी नहीं हो पाएगी। इधर, रेल प्रशासन 2024 तक इंदौर-धार के बीच रेल लाइन शुरू करने का लक्ष्य तय कर चुका है।
सुरंग निर्माण को लेकर बीते वर्षों में रेलवे की अत्यधिक लापरवाही और मनमानी के कारण पूरा प्रोजेक्ट समय से काफी पीछे हो गया है। सूत्र यह भी बताते हैं कि रेलवे ने सुरंग के काम में तेजी लाने के लिए एक एक्जीक्यूटिव इंजीनियर स्तर के अधिकारी की नियुक्ति भी की है, ताकि छोटी-मोटी समस्याएं दूर की जा सकें। इसके अलावा रेलवे को सुरंग निर्माण के लिए ओपन ब्लास्टिंग की अनुमति भी धार जिला प्रशासन से मिल गई है।
टीही से गुणावद-धार के बीच काम जारी
इधर, टीही से गुणावद होते हुए धार के बीच दाहोद लाइन के लिए अर्थवर्क और पुल-पुलियाओं के निर्माण का काम तेजी से हो रहा है। हालांकि मुरम की कमी के कारण अर्थवर्क का काम प्रभावित हो रहा है और बारिश से पहले यह काम होना बहुत जरूरी है। पर्याप्त मुरम मिल गई तो गिट्टी और स्लीपर बिछाने का काम बारिश में हो सकेगा। इससे काफी समय बच सकेगा। अफसर कह रहे हैं कि जल्द ही मुरम की कमी दूर कर ली जाएगी।