नई दिल्ली: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सांसदी वापस आने के बाद कांग्रेस एक्शन मोड में दिख रही है. पार्टी की तरफ से ऐलान किया गया है कि जल्द राहुल अपनी दूसरी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (India Jodo Yatra) पर निकलेंगे. ये यात्रा गुजरात से मेघालय (Gujarat to Meghalaya) तक होगी. भारत जोड़ो यात्रा पार्ट 2 के बारे में ये बातें महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले (Maharashtra Congress President Nana Patole) ने की हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की पहली भारत जोड़ो यात्रा को अच्छा रेस्पॉन्स मिला था, इसलिए अब दूसरी भारत जोड़ो यात्रा निकालने की तैयारी कर ली गई है. नाना पटोले ने कहा कि जिस वक्त राहुल भारत जोड़ो यात्रा निकालेंगे उसी टाइम महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता अपने राज्य में ऐसी ही यात्रा निकालेंगे.
नाना पटोले के बयान पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी आई है. महाराष्ट्र बीजेपी के उपाध्यक्ष माधव भंडारी ने कहा कि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा एक विफल यात्रा थी क्योंकि उसके बाद कई कांग्रेस नेताओं ने पार्टी छोड़ दी. राहुल गांधी ने पहली भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू की थी. फिर ये यात्रा 12 राज्यों से होते हुए जम्मू कश्मीर पहुंची थी. इस दौरान राहुल गांधी ने पैदल 4 हजार किलोमीटर का सफर तय किया था. इसमें राहुल गांधी को 136 दिन लगे थे. इस दौरान राहुल गांधी तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, यूपी, पंजाब से होकर गुजरे थे.
राहुल की पहली भारत जोड़ो यात्रा दक्षिण से उत्तर की तरफ थी. अब दूसरी भारत जोड़ो यात्रा पश्चिम से पूर्व की तरफ होगी. फिलहाल ये ऐलान नहीं किया गया है कि ये यात्रा कब शुरू होगी. बता दें कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता इसी हफ्ते बहाल हुई है. सूरत कोर्ट ने मानहानि के एक मामले में राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी. इस फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को रद्द कर दी थी. राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद थे.
दरअसल, राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में 13 अप्रैल 2019 को चुनावी रैली में कहा था, ‘नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?’ राहुल के इस बयान को लेकर बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ धारा 499, 500 के तहत आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था. इसके बाद राहुल की सदस्यता गई थी. राहुल गांधी ने सांसदी जाने के बाद सजा पर रोक के लिए गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था लेकिन राहत नहीं मिली. फिर वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, जहां सजा पर रोक लग गई. इसके बाद राहुल गांधी की सदस्यता बहाल हो गई और वह फिर से वायनाड के सांसद बन गए हैं.
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