
नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट (Noida Airport) परियोजना को बाधित करने के लिए रची गई साजिश का खुलासा हो गया है. जेवर थाने (Jewar Police Station) की पुलिस और स्वाट टीम के ज्वाइंट ऑपरेशन (Joint operation) के बाद इस फर्जी अपहरण (Fake Kidnapping) का खुलासा किया गया. उन्होंने बंधक बनाये गए हंसराज और उनके परिवार को सकुशल बचा लिया है. पुलिस ने इस सारी योजना के मास्टरमाइंड पायलट पुत्तन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ उन्होंने चार अन्य आरोपियों प्रमोद, पवन चौधरी, सरोज बाला और रामा देवी को भी गिरफ्तार किया है.
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि यह अपहरण उन्होंने एयरपोर्ट परियोजना में बाधा डालने और क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखने की नीयत से किया था. उन्होंने बताया कि 6 जून 2025 की रात हंसराज और उनके परिवार को इलाज करवाने का झांसा देकर अपहरण किया. उन्हें बीएमडब्ल्यू कार से पहले नोएडा के सेक्टर-135 ले जाया गया, फिर दिल्ली के मैदान गढ़ी ले जाया गया गया. जिसके बाद परिवार को रिश्तेदार रामा देवी के मकान में छिपाया गया. आरोपियों ने बताया कि 15 जून की सुबह तड़के उन्हें दयानतपुर गांव के एकांत में स्थित पवन चौधरी के फार्म हाउस में रखा.
पुलिस ने बताया कि 2 जून को हंसराज के बेटे सौरभ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस रिट दायर की. जिसमें उन्होंने दावा किया कि उनके माता-पिता और भाई को पुलिस और प्रशासन ने अवैध रूप से हिरासत में लिया है. कोर्ट ने 9 जून को रिट स्वीकार की और 11 जून को अपहृतों को पेश करने का आदेश दिया.
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी ने बताया की अपहृतों की बरामदगी के लिए पुलिस ने सात जांच टीमें गठित कर तलाश शुरू की. उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में कोई ठोस सुराग नहीं मिला. इसी बीच 26 जून को हंसराज के परिचित कमलेश की शिकायत पर जेवर थाने में धारा 140(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज हुआ. जिसके बाद जांच को नई दिशा मिली. पुलिस को जांच के दौरान मिले सबूत पर पुलिस ने दयानतपुर के बाहरी इलाके में छापेमारी की. इस कार्रवाई में हंसराज, उनकी पत्नी कमलेश देवी और बेटे सौरभ पुलिस को सकुशल मिले. इसके साथ ही, पुलिस ने इस घटना में संलिप्त पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इस अपहरण में इस्तेमाल की गई बीएमडब्ल्यू कार भी बरामद की ली है.
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