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मंगल पर जीने लायक पर्यावरण मौजूद, वैज्ञानिकों को चट्टान में मिला नमक

वॉशिंगटन। अमेरिकी स्पेस एजेंसी(american space agency) नासा (NASA) ने हाल ही में मंगल ग्रह(Mars planet) से चट्टानी सैंपल कलेक्ट (rock sample collect) किए हैं. स्पेस एजेंसी ने बताया कि रोवर को कुछ सैंपल मिले हैं. नासा (NASA)के मुताबिक, ये सैंपल संकेत देते हैं कि एक वक्त ऐसा था जब Jezero Crater पर जीवन के लायक पर्यावरण मौजूद था.
स्पेस एजेंसी ने बताया कि ये कोर सैंपल ज्वालामुखी से निकले लावा से बनी चट्टान का संकेत देता है. ये Basaltic है, जिसमें सिलिका कम लेकिन लोहा और मैग्नीशियम ज्यादा होता है. NASA ने अपने मिशन के लिए Jezero Crater को चुना है क्योंकि, रिसर्च में ये संभावना जताई गई है कि कभी यहां पानी हुआ करता था. अब नए सैंपल के जरिए इस बात को जानने में मदद मिल सकती है कि ये प्राचीन झील कब बनी और कब गायब हो गई.



वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे यहां जीवन की उम्मीद भी बढ़ जाती है. रोवर के लिए गए सैंपल और पहले जिन चट्टानों से सैंपल लिया गया था, दोनों को देखकर वैज्ञानिक इस बात का अनुमान लगा रहे हैं कि यहां भूमिगत जल काफी वक्त तक रहा होगा.
मिशन के प्रोग्राम साइंटिस्ट मिच शूल्ट ने कहा कि इन सैंपल्स के जरिए चट्टानों में मौजूद खनिजों के सीक्वेंस और इनके बनने के वक्त पर्यावरण के हालात के बारे में पता लगाया जा सकेगा.
वैज्ञानिकों की टीम के मुताबिक, चट्टानों के सैंपल में ऐसे नमक मिले हैं जो तब बने होंगे जब भूमिगत जल ने ओरिजनल खनिजों को बदल दिया होगा. संभव है कि पानी के भाप बनने के बाद नमक बचा रह गया हो. NASA ने बताया है कि नमक में शायद पानी भी रहा होगा. इन्हें ‘टाइम कैप्सूल’ के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे मंगल की जलवायु और यहां जीवन की संभावना के बारे में पता लगाया जा सकता है.

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