देर रात तक मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सक्रिय रहने के बाद सुबह से फिर मोर्चा संभाला अधिकारियों ने, कर्बला सील, प्रशासन ठंडे करेगा ताजिए
इन्दौर। मोहर्रम को लेकर प्रशासन (administration) सक्रिय है। कोरोना काल (corona period) में सभी धार्मिक कार्यक्रमों (religious programs) को लेकर जारी किए गए प्रतिबंध (restrictions) के तहत इस बार न तो ताजिए निकलेंगे और न ही जुलूस (procession) या अखाड़े नजर आएंगे। प्रतिबंधों को लेकर गंभीर हुआ प्रशासन देर रात तक मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जहां सक्रिय रहा, वहीं कर्बला मैदान (karbala ground) को भी सील कर दिया गया है। इस बार मोहर्रम पर प्रशासन स्वयं स्थान चिह्नित कर ताजिए ठंडे करेगा।
मुस्लिम समाज (muslim society) का मोहर्रम आज है, जिसको लेकर समाज में उत्साह है। प्रशासनिक अधिकारियों की टीम भी सुरक्षा की दृष्टि से मुस्लिम बाहुल्य इलाकों (muslim dominated areas) में तैनात है। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र देपालपुर (depalpur), बेटमा (betma) और गौतमपुरा (gautampura) में देर रात तक अधिकारियों की टीम डटी रहने के बाद आज सुबह से फिर तैनात हो गई। देपालपुर के एसडीएम रविसिंह ने बताया कि जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगाया गया है। प्रशासन की टीम खुद चिह्नित स्थानों पर ताजिए ठंडे करेगी। देपालपुर (depalpur) में 30, बेटमा तथा गौतमपुरा में 2 दर्जन से अधिक ताजिए ठंडे करने के लिए पांच स्थान चिह्नित किए गए हैं। प्रशासन की गाड़ी जाएगी और छोटे-छोटे ताजिए ठंडे करेगी। लोगों से अपील की गई है कि शांति और सौहार्द के साथ त्योहार मनाएं। इसी प्रकार महू, सांवेर एवं हातोद क्षेत्र में भी देर रात तक प्रशासन व पुलिस की टीम डटी रहने के बाद आज सुबह से फिर से मोर्चा संभाल लिया है। इन इलाकों में भी चिह्नित स्थानों पर प्रशासन की टीम खुद ताजिए ठंडे करेगी।
बाहर से ही सजदा…
इमामबाड़ा (imambara) में वर्षों से शहर के सबसे बड़े सरकारी ताजिए (government taziye ) का निर्माण किया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना काल को लेकर जहां मुस्लिम बंधु ताजिए के दीदार नहीं कर पा रहे हैं, वहीं उन्हें इमामबाड़ा के बंद दरवाजे पर ही सजदा करना पड़ रहा है।