आगरा । आलू का गढ़ माने जाने वाला आगरा (Agra) खेती किसानी के नए-नए प्रयोगों के लिए जाना जाता है. आगरा में इन दिनों पुष्प एवं शाक भाजी प्रदर्शनी और आलू महोत्सव चल रहा है. शाक भाजी प्रदर्शनी में पहुंचे एक किसान ने अनोखी मूली (Unique Radish) का उत्पादन किया है. एक-एक मूली का वजन 12 से 15 किलो के बीच है. मूली की लंबाई भी 4 से 5 फीट है.
आगरा के किसान राधे मोहन ने इस अनोखी मूली को उपजाया है. राधे मोहन जो मूली लेकर के आए हैं उसकी खेती उन्होंने पहली बार की है. राधे मोहन का कहना है कि डेढ़ महीने में तैयार हो जाने वाली संकर प्रजाति की यह मूली काफी फायदेमंद है. शुरू शुरू में तो लोग कहते थे कि इतनी बड़ी मूली का क्या होगा लेकिन अब आगरा के बड़े-बड़े होटलों से उन्हें मूली के ऑर्डर मिले लगे. होटलों का काम आसान हो जाता है कि उन्हें एक मूली से ही सलाद बनाने में आसानी हो जाती है.
राधे मोहन ने बताया कि विशाल भीमकाय मूली के उत्पादन से उनकी आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे ठीक हो रही है. राधेमोहन के अनुसार वह आगे भी विशाल मूली का उत्पादन करते रहेंगे। राधे मोहन की अनोखी मूली को देख लोग चकित रह गए. प्रदर्शनी में आए लोगों के आकर्षण का केंद्र भीमकाय मूली बनी हुई है. बड़ी संख्या में एमएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रही छात्राएं भी प्रदर्शनी में पहुंची तो राधे मोहन की मूली के बारे में पूछताछ करने लगी.
एमएससी एग्रीकल्चर की छात्रा निशा सारस्वत और शिवांगी भदौरिया ने बताया कि ऐसी मूली के बारे में पढ़ा जरूर था लेकिन इतनी विशाल मूली को पहली बार देखा है. दोनों छात्राओं का कहना था कि किताबी पढ़ाई से हटकर सब कुछ रूबरू देखना एक अच्छा अनुभव है.
यूपी सरकार ने इस तरह की प्रदर्शनी लगाकर किसानों के साथ-साथ एग्रीकल्चर के छात्र छात्राओं के लिए भी प्रेरणा देने वाला कार्य किया है. 15 किलो की मूली देखकर के लोग उसके पास आते हैं और सेल्फी खिंचा करके यादों में अनोखी अनोखी मूली को सहेज लेते हैं.
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