इंदौर न्यूज़ (Indore News)

चम्पू की चकरी से चकराए अफसर, चिराग के ठिकानों पर पुलिसिया दबिश

  • पत्नी ने हाथ खड़े किए तो कलेक्टर को लगाना पड़ी फटकार…
  • तीनों प्रोजेक्टों की सभी रजिस्ट्रियां निकलवार्इं… उपपंजीयक पर गिरी गाज भी

इंदौर। जेल में बंद रीतेश अजमेरा (Ritesh Ajmera) उर्फ चम्पू और उसके साथ हैप्पी धवन (Happy Dhawan) से पूछताछ की जा रही है। वहीं कल कलेक्टर (Collector) ने चम्पू की पत्नी योगिता अजमेरा (Yogita Ajmera) को भी बुलवाया और जब उसके द्वारा घोटालों से संबंधित जानकारी पूछने पर अनभिज्ञता जाहिर की तो कलेक्टर (Collector) ने जमकर फटकार भी लगाई। पत्नी ने कहा कि वह डेढ़ साल से चम्पू से नहीं मिली और उसे कोई जानकारी नहीं है। जबकि कलेक्टर (Collector) को पता चला कि चम्पू की पत्नी भी कालिंदी गोल्ड (Kalindi Gold) के पास की जमीन पर भूखंड बेच रही है। उस पर भी फिलहाल रोक लगाई गई। चम्पू की चकरी से कलेक्टर सहित तमाम अफसर भी चकराए हुए हैं और उनका कहना है कि नटवरलाल को भी मात देने वाले कारनामे कर रखे हैं। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के निर्देश पर कालिंदी गोल्ड, सेटेलाइट हिल्स और फिनिक्स देवकॉन (Kalindi Gold, Satellite Hills, Phoenix Devcon) की जांच की जा रही है।


इन तीनों प्रोजेक्टों से जुड़ी तमाम रजिस्ट्रियों की जानकारी भी पंजीयन विभाग (Registration Department) से निकलवाई जा रही है। सेटेलाइट हिल्स (Satellite Hills) की तो अधिकांश रजिस्ट्रियां निकल गई है। वहीं इस मामले में ढिलपोल करने पर कलेक्टर ने वरिष्ठ उप पंजीयक प्रशांत पाराशर (Prashant Parashar) को विजय नगर से हटाकर देपालपुर (Depalpur) अटैच कर दिया। वरिष्ठ जिला पंजीयक बालकृष्ण मोरे (Balkrishna More) के मुताबिक प्रशासन द्वारा चाही गई रजिस्ट्रियों की जानकारी निकाली जा रही है। वहीं जेल में बंद चम्पू और हैप्पी धवन से सीधी पूछताछ के साथ उनके पार्टनर रहे कैलाश गर्ग, मोहन चुघ (Kailash Garg, Mohan Chugh) सहित अन्य का आमना-सामना भी करवाया जा रहा है। पहले दिन चम्पू की पत्नी नहीं आई, तो उसके बाद जब गिरफ्तारी की चेतावनी दी गई तो कल वह अपने वकील के साथ रेसीडेंसी पहुंची और तीन से चार घंटे तक कलेक्टर मनीष सिंह, अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर, एसडीएम अंशुल खरे, एसडीएम विशाखा देशमुख (Collector Manish Singh, Additional Collector Dr. Abhay Bedekar, SDM Anshul Khare, SDM Visakha Deshmukh) व अन्य ने उससे पूछताछ भी की। पहले तो उसने किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार किया, मगर जब अफसरों ने दस्तावेजों के साथ पूछताछ की और कलेक्टर ने भी फटकार लगाई तो चम्पू की पत्नी बोली कि वह तो डेढ़ साल से मिली ही नहीं और चिराग सहित अन्य के नाम भी उसने लिए। वहीं भगोड़े चिराग शाह की तलाश में पुलिस ने उसके कुछ ठिकानों पर दबीश भी दी। दरअसल, चम्पू ने भी चिराग पर ही कई आरोप लगाए और कहा कि वह फाइव स्टार होल में फरारी काट रहा है। कुल मिलाकर चम्पू की चकरी ने अफसरों को भी चकरा दिया है।


अग्निबाण के खुलासे बन रहे जांच में मददगार
अग्निबाण (Agnibaan) विगत कई वर्षों से जमीनी जादूगर और भूमाफियाओं के कारनामों का खुलासा करता रहा है। गृह निर्माण संस्थाओं के घोटालों के साथ-साथ चम्पू, चिराग और धवन बंधुओं से जुड़े घोटालों को भी लगातार मय दस्तावेज के प्रकाशित किया है, जिसके चलते प्रशासन को भी इन खबरों और दस्तावेजों से जांच में मदद मिल रही है। कैलाश गर्ग द्वारा 110 करोड़ रुपए की बैंकों को पहनाई टोपी का खुलासा भी अग्निबाण ने ही किया था और चम्पू से जुड़ी फिनिक्स देवकॉन, फिनिक्स ग्रैंड, पुलक सिटी से लेकर कालिंदी गोल्ड सेटेलाइट हिल्स सहित अन्य की जानकारी भी प्रकाशित की गई। धवन बंधुओं ने ही वैभव लक्ष्मी सहित नवभारत, टेलीकॉम व अन्य संस्थाओं की जमीनें हड़प रखी है।

26 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट में होना है अब अगली सुनवाई
दरअसल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सोनाली अजमेरा व अन्य की जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान प्रदेश शासन को कड़ी फटकार सुनना पड़ी, क्योंकि पूर्व में दिए गए नोटिसों का प्रदेश शासन की ओर से कोई उपयुक्त जवाब सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया गया। लिहाजा अभी 11 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट ने दो टूक कहा कि जमानत याचिका की सुनवाई तो बाद में होगी, पहले यह बताया जाए कि पीडि़तों के मामलों का निराकरण शासन किस तरह करेगा। अन्यथा मुख्य सचिव को भी तलब किया जाएगा। अब 26 नवम्बर को इस मामले में सुनवाई होना है।

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