नई दिल्ली। 24 नवंबर को होने वाली केंद्रीय कैबिनेट (union cabinet) की बैठक में सरकार (government) तीनों कृषि कानूनों (agricultural laws) को निरस्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है। गुरू पूर्णिमा (guru purnima) पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कृषि कानून (agricultural law) को वापस लेने का ऐलान किया था।
किसान (farmers) अभी भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर अड़े हुए हैं। 24 नवंबर को कानून को निरस्त करने की कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद इस माह के अंत में शुरू होने वाले संसद सत्र में कानून को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि कृषि कानून (agricultural law) के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा किसान आंदोलन जारी है। किसान अब भी आंदोलन स्थलों पर डटे हुए हैं। लगातार आंदोलन (movement) के चलते और इसमें बड़ी संख्या में किसानों की मौत के बाद बैकफुट पर आई सरकार ने कृषि कानून (agricultural law) को वापस लिया है। इस संबंध में किसानों ने आज सिंघु बार्डर पर एक अहम बैठक बुलाई है, जिसमें कई किसान संगठन ( farmers organization) शामिल होकर अगली रणनीति बनाएंगे।
नई दिल्ली। प्यार और शादी जिंदगी के ऐसे पहलू हैं जो एक बार चमक गए तो पूरी जिंदगी संवर जाती है। वहीं प्यार और शादी में नाकामी बहुत दर्द देकर जाती है। हस्तरेखा शास्त्र (Palmistry) के जरिए आसानी से जाना जा सकता है कि किन लोगों को अपनी जिंदगी में प्यार मिलेगा और किन्हें नहीं। […]
ग्वालियर: दोस्ती का रिश्ता (friendship relationship) लोगों के लिए काफी अहम होता है. बाकी के रिश्ते भगवान बनाकर भेजते हैं. लेकिन दोस्ती का एक ऐसा रिश्ता है, जो इंसान खुद बनाता है. वो किसके साथ कम्फर्टेबल है, किसके साथ उसे अच्छा लगता है, इन सब बातों पर दोस्ती का रिश्ता टिका रहता है. लेकिन कुछ […]
नई दिल्ली (New Delhi) । महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने भले ही 3 साल पहले इंटरनेशनल क्रिकेट (international cricket) से विदाई ले ली हो, लेकिन अभी भी उनकी लोकप्रियता में कमी नहीं आई है। एमएस धोनी जहां भी जाते हैं फैंस उनके पीछे-पीछे आ ही जाते हैं। जगह कोई भी हो, लेकिन फैंस […]
नई दिल्ली। उत्तराखंड(Uttarakhand) में कुछ महीने पहले अचानक उथल-पुथल हुई थी. दिल्ली से पर्यवेक्षकों की टीम दिल्ली से देहरादून पहुंची और आनन-फानन में विधानसभा की कार्यवाही के बीच तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत(then Chief Minister Trivendra Singh Rawat) को आनन-फानन में भागकर आना पड़ा था और सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. हरिद्वार में कुंभ […]