बंगाल की खाड़ी में अति कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अफगानिस्तान से होते हुए एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। पश्चिमी विक्षोभ की बंगाली खाड़ी के सिस्टम की वजह से गति धीमी हो गई है। कम दवाब का क्षेत्र पूर्वोत्तर राज्यों की ओर बढ़ेगा, उसी दौरान पश्चिमी विक्षोभ हिमालय से गुजरेगा। इस वजह से अंचल के मौसम में बदलाव आएगा। 25 व 26 अक्टूबर को मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी में बारिश के आसार बन सकते हैं, लेकिन ग्वालियर में बादल छाने के आसार रहेंगे। बादल छाने पर रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। जब आसमान साफ होगा, उसके बाद ग्वालियर में फिर से तापमान में गिरवाट आएगी।
मप्र में बदला मौसम का मिजाज, उज्जैन में 14 डिग्री सेल्सियस पहुंचा रात का तापमान
बंगाल की खाड़ी में अति कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अफगानिस्तान से होते हुए एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। पश्चिमी विक्षोभ की बंगाली खाड़ी के सिस्टम की वजह से गति धीमी हो गई है। कम दवाब का क्षेत्र पूर्वोत्तर राज्यों की ओर बढ़ेगा, उसी दौरान पश्चिमी विक्षोभ हिमालय से गुजरेगा। इस वजह से अंचल के मौसम में बदलाव आएगा। 25 व 26 अक्टूबर को मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी में बारिश के आसार बन सकते हैं, लेकिन ग्वालियर में बादल छाने के आसार रहेंगे। बादल छाने पर रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। जब आसमान साफ होगा, उसके बाद ग्वालियर में फिर से तापमान में गिरवाट आएगी।