भोपाल: उज्जैन में भव्य महाकाल लोक (Grand Mahakal Lok in Ujjain) के बाद अब भोपाल में कैलाश मानसरोवर धाम (Kailash Mansarovar Dham in Bhopal) बनाया जा रहा रहा है. इसमें शिवलोक ,विष्णुलोक और गौलोक होगा. फिलहाल यहां पर शिव लोग का निर्माण किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि शिवलोक में भारत की पहली 51 फीट की भगवान शिव की पाषाण प्रतिमा होगी. जिसका निर्माण लगभग 75% पूरा हो चुका है. यह 150 टन वजनी होगी, जिसका उड़ीसा के कारीगर निर्माण कर रहे हैं.
शिवलोक में विशाल 11 फीट का शिवलिंग बनाया गया है. जिसके अंदर 1008 छोटे शिवलिंग विराजित होंगे. इसके साथ ही एक भव्य कैलाश पर्वत का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित होंगे. उनकी प्रतिमा 12 ज्योतिर्लिंग के स्वरूप की ही होंगी. यह बाहर से पहाड़ की तरह दिखाई देगा और अंदर गुफा की तरह होगी.
शिवलोक में प्रवेश के लिए विशाल नन्दी गेट जो 21 फीट ऊंचा और 25 फीट लम्बा रहेगा. नंदी जी के नीचे से शिवलोक में प्रवेश किया जा सकेगा. नंदी गेट के दोनों तरफ सुन्दर नाग कन्या का निर्माण किया जा रहा है. नाग कन्या का जल नन्दी जी के चरणों में एक नहर के रूप में विकसित किया जा रहा है. नन्दी गेट के साथ-साथ दोनों तरफ डमरू गेट एवं शंख गेट होंगे. शिवलोक की प्राण प्रतिष्ठा 26 जनवरी 2023 से 03 फरवरी 2023 के बीच कराए जाने की तैयारी है.
जानिए विशेषताएं
- 51 फीट की मूर्ति भगवान शंकर की जो कि भारत की पहली पाषाण मूर्ति होगी. जो 150 टन के पत्थर से उड़ीसा से आए हुए कारीगर द्वारा निर्मित की जा रही है.
- शिवलोक में विशालकाय 11 फीट का शिवलिंग होगा. जिसके अन्दर छोटे-छोटे 1008 शिवलिंग निर्मित किए जा रहे हैं. इस शिवलिंग का नाम हजारी महादेव होगा. इसकी पूजा से 1008 अभिषेक का पुण्य प्राप्त होगा.
- शिवलिंग के सामने 5.5 फीट के नन्दी महाराज भगवान शिव की पहरेदारी करेंगे.
- एक विशाल कैलाश पर्वत जिसकी लम्बाई 120 फीट एवं ऊंचाई 63 फीट रहेगी. इसके अन्दर 12 ज्योर्तिलिंग तैयार किए जा रहे है. जिसमें शंकर जी कि जटाओं से गंगा जी की धारा बहेगी.
- शिवलोक में एक 30×30 फीट का एक कुण्ड रहेगा. जिसमें गौमुख से जल गिरता रहेगा एवं ओम नमः शिवाय और महा मृत्युन्जय मन्त्र जाप होता रहेगा.
- शिवलोक का मुख्य आकर्षण विशाल नन्दी गेट जो कि 21 फीट ऊंचे एवं 25 फीट लम्बा रहेगा. नन्दी जी के नीचे से शिवलोक में प्रवेश किया जाएगा. नन्दी गेट के दोनों तरफ सुन्दर नाग कन्या का निर्माण किया जा रहा है. नाग कन्या का जल नन्दी जी के चरणों में एक नहर के रूप में विकसित किया जा रहा है.
- नन्दी गेट के साथ-साथ दोनों तरफ डमरू गेट एवं शंख गेट होगा दोनों गेट की ऊंचाई 16 फीट एवं चौड़ाई 9 फीट रहेगी.