बड़ी खबर

9 नवंबर की 10 बड़ी खबरें

1. 24 घंटों में भूकंप से 4 बार हिला नेपाल, दोती में 6 लोगों की मौत, देश के इन 8 राज्‍यों में कांपी धरती

पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) में आए भूकंप (Earthquake ) में मौत का आंकड़ा बढ़कर 6 पर पहुंच गया है। रिक्टर स्केल पर बुधवार को आए भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई। फिलहाल, सेना को बचावकार्य में लगाया गया है। आशंका (apprehension) जताई जा रही है कि मलबे में कई लोग दबे हो सकते हैं। खास बात है कि इसके चलते झटके भारत में राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी दी कि भूकंप का केंद्र उत्तराखंड (Uttarakhand) के पिथौरागढ़ में नेपाल से लगी सीमा पर था। दोती जिले में हादसा (accident) घर गिरने के बाद हुआ, जिसमें तीन लोगों ने जान गंवा दी थी। मौत का आंकड़ा अब 6 पर पहुंच गया है। खास बात है कि बुधवार को 24 घंटों के अंतराल में नेपाल 4 बार हिला। रात को करीब 3 बजे नेपाल में भूकंप के फिर झटके महसूस किए गए। हालांकि, इसकी तीव्रता पहले से कम 3.5 दर्ज की गई है। इससे पहले रात करीब 9 बजे और कुछ समय बाद 3.5 तीव्रता का एक और भूकंप आया। मंगलवार सुबह भी देश में भूकंप आया था, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.5 मापी गई थी।

 

2. नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह की सुरक्षा में बड़ी चूक, कांग्रेस की यात्रा के दौरान लोडेड कट्टा लेकर पास पहुंचा युवक

कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) की सुरक्षा में बड़ी चूक (major security lapse) का मामला सामने आया है. मंगलवार को भिंड इलाके में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में शामिल होने के दौरान एक युवक लोडेड कट्टा लेकर उनके पास तक जा पहुंचा और उसने गोविंद सिंह के समर्थक की कनपटी पर वह कट्टा लगा दिया. इस दौरान वहां मौजूद समर्थकों ने युवक के हाथ से कट्टा छीन लिया. जानकारी के अनुसार कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक राहुल गांधी द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा के सिलसिले में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह मंगलवार को भिंड के ग्राम लक्ष्मणगढ़ पहुंचे थे. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष सिंह लक्ष्मणगढ़ में सरपंच दशरथ सिंह के घर बैठे थे, तभी एक युवक उनके पास लोडेड कट्टा लेकर जा पहुंचा. युवक ने कट्टा गोविंद सिंह के समर्थक व सरपंच के पुत्र की कनपटी पर जा लगाया. इससे पहले की वह युवक फायरिंग करता वहां मौजूद लोगों ने उसके हाथ से कट्टा छीन लिया. इस मामले के बाद नेता प्रतिपक्ष ने ग्वालियर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.

 

3. पिता के फैसले को पलट चुके हैं देश के 50वें CJI, जानें जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के बारे में सबकुछ

जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने आज देश के 50 वें प्रधान न्यायाधीश यानी CJI की शपथ ग्रहण कर ली। बुधवार सुबह राष्ट्रपति भवन में हुए कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने चंद्रचूड़ को प्रधान न्यायाधीश के तौर पर शपथ ग्रहण कराई। उन्होंने सीजेआई यूयू ललित की जगह ली है, जो आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इससे पहले छह नवंबर को सीजेआई यूयू ललित को औपचारिक सेरेमोनियल बेंच गठित कर विदाई दी गई थी। देश के नए चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर 1959 को हुआ था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित InLaks स्कॉलरशिप की मदद से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। यहां से उन्होंने मास्टर्स और न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट (SJD) पूरी की। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड लॉ स्कूल, येले लॉ स्कूल और यूनिवर्सिटी ऑफ विटवॉटरलैंड में लेक्चर भी दिया है।

 


 

4. इंग्लैंड के कप्तान ने ली सौगंध, किसी कीमत पर नहीं होने दूंगा भारत-पाकिस्तान फाइनल

भारत- पाकिस्तान का फाइनल (India-Pakistan final) देखने वालों के लिए इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर (England captain Jos Buttler) ने संदेश जारी किया है. उन्होंने प्रण लिया है. प्रतिज्ञा की है. ये सौगंध खाई है कि किसी भी कीमत पर भारत- पाकिस्तान का फाइनल T20 वर्ल्ड कप 2022 में नहीं होने देंगे. अब अगर ऐसा है तो फिर भारतीय क्रिकेट फैंस जरा थम जाएं. संयम रखें. क्योंकि बटलर के भारत-पाक फाइनल ना होने देने वाली बात का एक मतलब ये भी है कि वो एडिलेड में टीम इंडिया को धूल चटाने वाले हैं. इंग्लैंड को T20 वर्ल्ड कप का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेलना है, जो कि 10 नवंबर को भारत से होगा. दुनिया के ज्यादातर लोग अब तक यही मानकर चल रहे हैं कि इस बार भारत-पाकिस्तान का फाइनल मेलबर्न में देखने को मिलेगा. लेकिन, दुनिया भर के क्रिकेट फैंस के इस अरमान पर जॉस बटलर पानी फेरने को तैयार हैं.

 

5. भारतीय मूल की अरुणा मिलर ने US में रचा इतिहास, जीता मैरीलैंड लेफ्टिनेंट गवर्नर का पद

इस वक्त वैश्विक राजनीति (global politics) में भी भारतवंशी (Indian descent) अपनी छाप छोड़ रहे हैं. कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन में भारतीय मूल के ऋषि सुनक पीएम पद के लिए चुने गए थे. अमेरिका में पहले से ही कमला हैरिस उपराष्ट्रपति चुनी गई हैं. अब भारतवंशी अरुणा मिलर अमेरिका की राजधानी से सटे मैरीलैंड में लैफ्टिनेंट गवर्नर (Lieutenant Governor of Maryland) का पद संभालने वालीं पहली भारतीय-अमेरिकी राजनेता बन गईं हैं. अमेरिका के लाखों मतदाताओं ने मंगलवार को गनर्वर, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और अन्य कार्यालयों के प्रमुख को चुनने के लिए मतदान किया था. मैरीलैंड हाउस की पूर्व डेलिगेट मिलर (58) ने डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर लेफ्टिनेंट गवर्नर के पद के लिए चुनाव लड़ा था. उनके साथ गवर्नर पद के लिए वेस मूर निर्वाचित हुए हैं. अमेरिका में लेफ्टिनेंट गवर्नर, गवर्नर के बाद राज्य का सर्वोच्च अधिकारी माना जाता है. जब गवर्नर राज्य से बाहर होता है या सेवाओं में अक्षम होता है तो उनके स्थान पर यह भूमिका लेफ्टिनेंट गवर्नर संभालता है. राष्ट्रपति जो बिडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस दोनों ने मूर और मिलर के पक्ष में प्रचार किया था.

 

6. नीरव मोदी का भारत आना तय! प्रत्यर्पण के खिलाफ भगोड़े की यूके HC में अपील खारिज

भगोड़े नीरव मोदी (Fugitive Nirav Modi) को बड़ा झटका लगा है. लंदन हाई कोर्ट ने उसकी अर्जी खारिद कर दी है. इससे उसका भारत आने का रास्ता साफ हो गया है. कोर्ट ने कहा है कि नीरव मोदी का भारत प्रत्यर्पण होगा. कोर्ट ने मोदी को भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना करने के लिए प्रत्यर्पण का आदेश दिया था. इसे भारतीय एजेंसियों की बड़ी जीत के रूप में देखा जा सकता है. हाई कोर्ट का कहना है कि मोदी को भारत वापस प्रत्यर्पित करना अन्यायपूर्ण या दमनकारी नहीं होगा. नीरव 7 हजार करोड़ के घोटाले का आरोपी है. लॉर्ड जस्टिस जेरेमी स्टुअर्ट-स्मिथ और जस्टिस रॉबर्ट ने ये फैसला सुनाया. 51 साल का कारोबारी नीरव दक्षिण-पूर्वी लंदन में वैंड्सवर्थ जेल में है. उसे पिछले साल फरवरी में प्रत्यर्पण के पक्ष में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करने की अनुमति दी गई थी.

 


 

7. NZ vs PAK: पाकिस्तान ने फिर किया न्यूजीलैंड को ध्वस्त, बाबर और रिजवान रहे जीत के हीरो

पहले भारत और फिर जिम्बाब्वे (India and then Zimbabwe) के खिलाफ टी20 विश्व कप 2022 के शुरुआती दो मैचों में हारने वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने जिस अंदाज में वापसी की, उसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी. एक हफ्ते पहले जिस टीम को विश्व कप से बाहर बता दिया गया था, उसने सबको चौंकाते हुए अब विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली है. बाबर आजम की कप्तानी वाली पाकिस्तानी टीम ने सेमीफाइनल में एक बार फिर न्यूजीलैंड को एकतरफा अंदाज में 7 विकेट से हरा दिया और तीसरी बार फाइनल की टिकट बुक करा ली. 6 नवंबर को अपने आखिरी सुपर-12 मैच में बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पाकिस्तानी टीम ने बुधवार 9 नवंबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में अपनी वो काबिलियत दिखाई, जिसके दम पर उसे टूर्नामेंट की शुरुआत में खिताब का दावेदार माना जा रहा था. न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में 1992 से ही शानदार रिकॉर्ड रखने वाली पाकिस्तानी टीम ने इतिहास बदलने नहीं दिया.

 

8. 18 साल में पहली बार फेसबुक पर इतनी बड़ी छंटनी

फेसबुक (Facebook) से बड़े पैमाने पर कर्मचारी निकाले गए हैं. दरअसल, फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने बुधवार को एक झटके में 11000 से अधिक कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है. इस बारे में खुद मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने जानकारी दी है. कंपनी की ओर से लागत बढ़ने का हवाला देकर कर्मचारियों को बाहर निकाला जा रहा है. मेटा के चीफ एग्जीक्यूटिव मार्क जुकरबर्ग ने एक ब्लॉग के जरिये बताया, ‘आज मैं मेटा के इतिहास में किए गए कुछ सबसे कठिन फैसलों के बारे में बताने जा रहा हूं. हमने अपनी टीम की साइज में करीब 13% की कटौती करने का फैसला किया है. इससे 11000 से अधिक प्रतिभाशाली कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है.’ फिलहाल मेटा में लगभग 87,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं. निकाले गए 11000 कर्मचारियों में फेसबुक के अलावा WhatsApp और Instagram के भी हैं. इस layoff के बारे में एक दिन पहले यानी मंगलवार को ही मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने कर्मचारियों को जानकारी दी थी. कंपनी में जिन कर्मचारियों की छंटनी होगी उन्हें 4 महीने की अतिरिक्त सैलरी दी जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने बुधवार सुबह से ही कर्मचारियों की छंटनी (Meta Layoff) शुरू दी. गौरतलब है कि मंदी (Recession) के साये के बीच ट्विटर, वॉलमार्ट, फोर्ड, अलीबाबा समेत कई कई बड़ी कंपनियों ने लागत में कटौती का हवाला देते हुए बड़े पैमाने पर छंटनी की है.

 


 

9. बाबरी विध्वंस मामला: आडवाणी-जोशी और उमा को कोर्ट से बड़ी राहत

अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस के मामले (Ayodhya disputed structure demolition case) में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (Former Deputy Prime Minister LK Advani) समेत सभी आरोपियों को बुधवार को बड़ी राहत मिल गई। आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती समेत अन्य आरोपियों को बरी करने के खिलाफ दाखिल याचिका को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने खारिज कर दिया है। न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय खंडपीठ ने अपना निर्णय 31 अक्टूबर को सुरक्षित कर लिया था। अयोध्या निवासी हाजी महबूब अहमद और सैयद अखलाख अहमद की ओर से कोर्ट में यह अपील दाखिल की गई थी। मामले में शुरुआत में पुनरीक्षण याचिका दाखिल की गई थी। इसे न्यायालय ने आपराधिक अपील में परिवर्तित करने का आदेश दिया था। मामले में सीबीआई की तरफ से भी आपत्ति दाखिल की गई थी। सीबीआई का कहना था कि अपील करने वाले विवादित ढांचा गिराए जाने के इस मामले के पीड़ित नहीं हैं। लिहाजा सीआरपीसी की धारा 372 के परंतुक के तहत वर्तमान अपील दाखिल नहीं कर सकते। अपीलार्थियों का कहना है कि वे इस मामले में विवादित ढांचा गिराए जाने की वजह से पीड़ित पक्ष में हैं। लिहाजा उन्हें सत्र अदालत के फैसले को चुनौती देने का अधिकार है।

 

10. गूगल के CEO को पहले ही मिल गया था भूकंप का अलर्ट, जानिए कैसे

दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत (North India including Delhi-NCR) में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए. जबकि सुबह में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूकंप (Earthquake in Uttarakhand’s Pithoragarh) के झटके महसूस किए गए. लोगों के अनुसार, ये झटके इतने तेज थे वो घऱ से बाहर निकल आए. रिपोर्ट के अनुसार, देर रात को 1:57 बजे काफी तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई. यह झटके दिल्ली-NCR के अलावा UP और बिहार में भी महसूस किए गए. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि दिल्ली-NCR में बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोग सड़कों पर उतर कर आ गए. लोग भयभीत दिखाई दिए. लोग सो रहे थे तभी अचानक बेड हिलते हुए महसूस किए गए और कई लोगों ने रसोई में बर्तन भी बजते हुए महसूस किए. लेकिन, क्या हो अगर इसकी सूचना आपको पहले मिल जाए. ऐसा हाल ही में हुआ है. 26 अक्टूबर 2022 को सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में 5.1 तीव्रता का भूकंप आया था. इसका अलर्ट गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) को और दूसरे यूजर्स को पहले ही मिल गया था. इसकी जानकारी उन्हें कैसे मिली, इसके बारे में उन्होंने ट्वीट करके भी जानकारी दी थी. आपको बता दें कि ऐसा ShakeAlert ऐप की वजह से हो पाया. इस पर कंपनी ने काफी समय पहले काम करना शुरू किया था. गूगल ने ये प्रोजेक्ट साल 2013 में शुरू किया था. इसका पहला प्रयोग 2019 में किया गया था.

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