मुंबई (Mumbai) । यह कहानी किसी से छिपी नहीं है कि सलीम-जावेद की जोड़ी ने ‘जंजीर’ के जरिए बॉलीवुड को एंग्रीमैन अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) दिया। अमिताभ लगातार 11 फिल्में फ्लॉप होने के बाद बॉलीवुड छोड़ने का इरादा बना चुके थे और तभी 1973 में ‘जंजीर’ (‘Chain’) आई । उसके बाद की कहानी सबको पता है। अमिताभ बॉलीवुड के सबसे बड़े नायक बने। इस फिल्म को लिखने वालों में से एक सलीम खान ने अमिताभ से अपने रिश्तों को लेकर एक चैट शो में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) कभी किसी को अपने बहुत करीब नहीं आने देते हैं, ये उनका स्वभाव है।
‘बॉलीवुड बबल’ के लिए अरबाज खान ने अपने पिता सलीम खान का इंटरव्यू किया, जिसमें कई पुराने किस्से निकलकर आए। इसमें उन्होंने ‘जंजीर’ फिल्म बनने की कहानी बताई। सलीम खान ने बताया कि जब मैंने और जावेद अख्तर ने ‘जंजीर’ लिख ली उसके बाद उस जमाने के बड़े स्टार धर्मेंद्र, देवानंद और दिलीप कुमार (Devanand and Dilip Kumar) ने स्क्रिप्ट सुनने के बाद किसी वजह से इस फिल्म को करने से इनकार कर दिया। उसके बाद यह फिल्म अमिताभ बच्चन के पास गई। हालांकि, सलीम ने यह भी बताया कि दिलीप कुमार ने मुझे कहा था कि दो फिल्में प्यासा और जंजीर को छोड़ने का मुझे अफसोस है।
सलीम ने बताया कि 11 फिल्में फ्लॉप होने के बाद अमिताभ बॉलीवुड से जाने का इरादा बना चुके थे, लेकिन मुझे पता था कि वह अच्छे एक्टर हैं पर उन्होंने खराब फिल्में की हैं। उन्होंने बताया कि जिस भी अभिनेत्री का उस जमाने में थोड़ा नाम था, उनमें से कोई भी अमिताभ के साथ काम करने के लिए तैयार नहीं थीं। फिर मैंने जया बच्चन को लेने का सुझाव दिया और कहा कि अमिताभ के लिए वह इस फिल्म को करने के लिए तैयार हो जाएंगी। जया बच्चन को जब यह स्क्रिप्ट सुनाई गई तो उन्होंने कहा कि इस फिल्म में मेरे करने के लिए कुछ नहीं है। सलीम ने कहा कि तब मैंने जया जी को समझाया कि यह फिल्म अमिताभ का करियर बदल सकती है और इसके बाद वह इस फिल्म को करने के लिए तैयार हुईं।
सलीम खान ने कहा कि मुझे अमिताभ के प्रोफेशनलिज़म और अभिनय पर इतना भरोसा था कि मैं उनका नाम हमेशा आगे बढ़ता था। हालांकि, उन्हें इस बात की टीस है कि जावेद अख्तर के साथ अलग होने के बाद वह उनके संपर्क में नहीं रहे। सलीम ने कहा,”रिश्ता रखने की जिम्मेदारी अमितभ बच्चन पर थी। आप जब बहुत बड़े हो जाते तो रिश्ते बनाए रखने का फर्ज आपका होता है, जो कि उन्होंने शायद किसी वजह ने नहीं किया।”
सलीम ने कहा,”मैंने कभी यह दावा नहीं किया कि मैं उनका बहुत बड़ा दोस्त हूं या हमारी बहुत अच्छी दोस्ती है। उनका ऐसा नेचर सिर्फ मेरा साथ ऐसा नहीं है, सबके साथ ही ऐसा है कि वह किसी को बहुत करीब नहीं आने देते हैं। इसके बाद भी हमने काम किया और बहुत अच्छी तरह काम किया। एक एक्टर के रूप में उनसे कभी कोई शिकायत नहीं रही।”
दरअसल, सलीम और जावेद ने साथ में 16 फिल्में लिखीं और उनमें से 9 फिल्मों में अमिताभ बच्चने ने हीरो का रोल किया। लेकिन, जावेद अख्तर के अलग होने के बाद सलीम को थोड़े समय के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा और फिर जब ‘नाम’हिट हुई तो 1989 में ‘तूफान’ के लिए प्रोड्यूसर मनमोहन देसाई ने सलीम से स्क्रिप्ट लिखवाई, जिसमें अमिताभ लीड रोल में थे।
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