तृणमूल ने 545 करोड़ चंदा प्राप्त कर कांग्रेस को पीछे धकेला भाजपा ने 854 करोड़ किए खर्च नई दिल्ली। भाजपा (BJP) ने वर्ष 2021-22 में 1917 करोड़ रुपए का चंदा बंटोरकर कमाई के मामले में सभी राजनीतिक पार्टियों (Political Parties) को पीछे छोड़ दिया है। वहीं 545.7 करोड़ रुपए चंदा प्राप्त कर तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) कांग्रेस (Congress) से भी आगे निकल गई है। कांग्रेस 541.2 करोड़ रुपए के साथ तीसरे नंबर पर आ गई है।
चुनाव आयोग (Election Commission) ने सभी 8 राष्ट्रीय पार्टियों की ऑडिट रिपोर्ट आयोग की वेबसाइट पर डाल दी है, जिसके अनुसार इन दलों को 3289 करोड़ रुपए मिले हैं। इसमें सिर्फ भाजपा को 58 प्रतिशत रकम मिली है। टीएमसी की आय में 633 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पिछले वर्ष पार्टी को मात्र 74.4 करोड़ ही प्राप्त हुए थे। भाजपा की सबसे ज्यादा 54 प्रतिशत आय इलेक्ट्रोल बांड से आई है, जबकि टीएमसी को इलेक्ट्रोल बांड से 528 करोड़ रुपए मिले। खर्च के मामले में भी भाजपा आगे है। भाजपा में इस वर्ष 854.46 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जबकि कांग्रेस ने 400 करोड़, जबकि टीएमसी ने 268 करोड़ खर्च किए।
डेस्क। मशहूर साउथ अभिनेत्री अमाला पॉल को केरल के एक मंदिर में एंट्री नहीं करने दी गई। अभिनेत्री ने आरोप लगाया है उन्हें ‘धार्मिक भेदभाव’ की वजह से अधिकारियों ने केरल के एर्नाकुलम में तिरुवैरानिकुलम महादेव मंदिर में प्रवेश करने से रोका। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमाला पॉल सोमवार को मंदिर गई थीं, लेकिन बताया जा […]
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फ़तेहपुर जिले (Fatehpur district of Uttar Pradesh) के स्पोर्ट स्टेडियम (sports stadium) में आयोजित सांसद खेल स्पर्धा खेल कूद प्रतियोगिता के समापन समारोह (MP Sports Competition closing ceremony of sports competition) में भगदड़ मच गई. दरअसल, जब जिले की सांसद व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति (Union Minister Sadhvi Niranjan Jyoti) […]
रतलाम। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने शनिवार को रतलाम जिले में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग (health Department) द्वारा की जा रही आवश्यक तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण (corona infection) को रोकने समन्वित प्रयास किए जाए और […]
यह मंदिर 1875 का बना बताया जाता है। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि यह मंदिर उससे भी सैंकड़ों साल पुराना है, लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक यह 1875 के आस पास का ही बताया जाता है। उस जमाने में यहां डकैतों का राज था और बीहड़े में आने से लोग कतराते थे।सुबह में […]