मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर 300 करोड़ की सरकारी जमीन मुक्त करवाने की भी दी जानकारी… प्रदेश में सबसे अधिक कार्रवाई शहर में ही
इन्दौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सभी तरह के माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश पुलिस-प्रशासन को दिए हैं, जिसके चलते अब तक की सबसे प्रभावी कार्रवाई इंदौर में ही हुई है, जिसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी है, जिसमें उन्होंने इंदौर में ही मात्र दो महीने के दौरान 32 माफियाओं के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने की जानकारी के साथ ही 300 करोड़ रुपए मूल्य की सरकारी जमीनों की इंदौर सहित प्रदेशभर में मुक्ति और 250 माफियाओं पर कार्रवाई की घोषणा की है, जिसे अब नए साल में जारी भी रखा जाएगा।
कलेक्टर मनीष सिंह ने गुंडों के साथ-साथ मिलावटखोरों, उपद्रवियों और जमीनी गड़बड़़ी करने वालों के खिलाफ सख्त अभियान बीते दो महीनों से चला रखा है। पहले तो पुलिस-प्रशासन सहित अन्य विभाग कोरोना संक्रमण से ही जूझते रहे। हालांकि अभी भी कोरोना टला नहीं है। बावजूद इसके प्रशासन ने जहां लम्बित राजस्व प्रकरणों के निराकरण की मुहिम शुरू करवाई और दलालों को भी खदेड़ा और राजस्व अमले को दिनभर बैठकर नामांतरण, बंटवारे, सीमांकन से लेकर अन्य प्रकरणों को निराकृत करने के निर्देश दिए, जिसका परिणाम यह निकला कि एक महीने में ही 11 हजार से अधिक लम्बित प्रकरणों का निराकरण हो गया। दूसरी तरफ भूमाफियाओं के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई जारी है। शहर के कई चर्चित माफियाओं द्वारा की गई गड़बडिय़ों की जांच पिछले दिनों कलेक्टर मनीष सिंह ने करवाई, जिसमें होटल लेंटर्न, मालवा वनस्पति जमीन घोटाले से लेकर अभी पिछले दिनों ही इंदुबाला ट्रस्ट का फर्जीवाड़ा भी उजागर हुआ। इसी तरह गृह निर्माण संस्थाओं के खिलाफ भी नए साल से कड़ी कार्रवाई शुरू होगी। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी इंदौर कलेक्टर द्वारा की गई कार्रवाई से खुश हैं और उन्होंने समीक्षा बैठकों के अलावा कल ही अपने ट्वीटर हैंडल से भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त प्रदेश सरकार के जरिए यह जानकारी दी कि प्रदेशभर में 250 से अधिक माफियाओं पर कार्रवाई हो चुकी है, जिसके चलते 300 करोड़ रुपए कीमत की सरकारी जमीन को मुक्त करवाया और इंदौर में ही 32 माफियाओं के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चले।
चांदनखेड़ी उपद्रवियों के 80 निर्माण भी ध्वस्त
चांदनखेड़ी में परसों जन-जागरण रैली पर हुए पथराव के बाद दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और कलेक्टर मनीष सिंह ने अतिक्रमण तोडऩे की भी कार्रवाई शुरू करवा दी। लगभग 80 निर्माणों को ध्वस्त किया जा चुका है और यहां सडक़ का निर्माण भी जल्द शुरू करवा दिया जाएगा। ग्रामीणों में इन निर्माणों को तोडऩे और अतिक्रमण मुक्ति से खुश भी हैं, क्योंकि लम्बे समय से वे अतिक्रमण की शिकायत कर रहे थे। अब इनमें कुछ प्रमुख चिन्हित दोषियों के खिलाफ डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक रासुका की कार्रवाई की की जा रही है।
संभागायुक्त ने की जिलेवार राजस्व प्रकरणों की समीक्षा
संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने इंदौर सहित सभी जिला कलेक्टरों की कान्फ्रेंस ली, जिसमें राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की गई और निर्देश दिए कि 5 माह से अधिक के लम्बित प्रकरण हर हाल में जनवरी तक निराकृत हो जाएं, उसके बाद उसकी एंट्री राजस्व अभिलेखों-नक्शों में भी की जाए। वहीं आईजी योगेश देशमुख ने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण करें और छोटी घटनाओं पर भी तुरंत कार्रवाई की जाए। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंंह ने इंदौर में चल कार्यों और राजस्व प्रकरणों की जानकारी भी संभागायुक्त श्री शर्मा को दी।