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चाणक्‍य नीति: व्‍यक्ति की ये बुरी आदतें बनती है मुसिबत का कारण, ऐसे लोगों से लक्ष्‍मी जी भी रहती है नाराज

नई दिल्‍ली. चाणक्य नीति(Chanakya Niti) के अनुसार प्रत्येक मनुष्य जीवन में कुछ न कुछ अर्जित करना चाहता है. अपने लक्ष्यों को पाने के लिए कठोर परिश्रम (hard work) करता है. इसमे कोई दो राय नहीं कि परिश्रम में ही सफलता छिपी होती है. जो परिश्रम करते हैं उन्हें सफलता अवश्य मिलती है. सफलता (Success) के साथ साथ लक्ष्मी जी की कृपा भी ऐसे लोगों पर बरसती है.

चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में यदि सफलता और धन की देवी लक्ष्मी जी (Goddess of wealth Lakshmi) का आशीर्वाद चाहिए तो कुछ बातों का हमेशा विशेष ध्यान रखना चाहिए. चाणक्य की इन बातों में सफलता और धन प्राप्ति का राज छिपा हुआ है. आइए जानते हैं चाणक्य की इन चमत्कारी बातें-

ज्ञान प्राप्त करने से न घबराएं-
चाणक्य नीति कहती है कि ज्ञान में ही सफलता छिपी होती है. ज्ञान से जीवन का अंधकार मिट जाता है. ज्ञान से ही जीवन में नई संभावनाएं और उन्हें पूरा करने की प्रेरणा मिलती है. जो लोग ज्ञान प्राप्त करने से बचते हैं. ज्ञान का व्यर्थ मानते हैं उन्हें जीवन में सफलता पाने के लिए कठोर संघर्ष करना पड़ता है. जो लोग समय रहते इस बात को जान लेते हैं और ज्ञान की प्राप्ति में जुट जाते हैं, वे प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं. धन की देवी लक्ष्मी भी मेहरबान रहती हैं.



गलत संगत –
चाणक्य नीति कहती है कि सफलता में संगत का विशेष महत्व होता है. जब व्यक्ति की संगत अच्छी होती है, उसके आसपास, ज्ञानी, विद्वान और कुशल लोग मौजूद होते हैं तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसे लोगों पर लक्ष्मी जी की विशेष कृपा रहती है. जीवन में धन की कमी नहीं रहती है.

अहंकार-
चाणक्य नीति कहती है कि अहंकार पतन का कारण है. इससे दूर रहना चाहिए. जो लोग थोड़ी सी सफलता पाकर स्वयं को दूसरों से श्रेष्ठ समझने लगते हैं और सामने वालों को कमतर आंकने लगते हैं ऐसे लोग आगे चलकर भंयकर मुसीबतों का सामना करते हैं. ऐसे लोगों के शत्रु अधिक हो जाते है. चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए. ये सबसे खराब अवगुणों में से एक है. अहंकार करने वालों को लक्ष्मी जी पसंद नहीं करती हैं और छोड़कर चली जाती हैं.

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