मुंबई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि मंत्रालय में शराब की बोतलें मिलने का मामला बहुत गंभीर है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस मामले पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार ने मंदिर की बजाय शराब की दुकानों को खुली रखने को प्राथमिकता दी है। इसी वजह से अब शराब की बोतलें मंत्रालय तक पहुंचने लगी हैं। यह महाराष्ट्र जैसे विकसित राज्य के लिए चिंताजनक है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर राज्य में थोक के भाव में हो रहे कर्मचारियों के तबादले पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने उनके पत्र पर सुनवाई नहीं की। इसलिए वे इस मामले को अब कोर्ट में ले जाने वाले हैं।
उल्लेखनीय है कि मंत्रालय में आज सुबह शराब की खाली बोतलें पाई गईं थीं। विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने कहा कि मंत्रालय में आम नागरिकों को उनके काम के लिए शीघ्र प्रवेश नहीं मिल पाता, फिर शराब की बोतलें मंत्रालय में कैसे पहुंची। राज्य सरकार को इसकी गहन जांच करनी चाहिए। प्रवीण दरेकर ने कहा कि इससे मंत्रालय की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग के राज्यमंत्री दत्तात्रय भरणे ने कहा कि यह मामला गंभीर है। मामले की गहन जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनपर कठोर कार्रवाई की जाएगी। (एजेंसी, हि.स.)
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