इंदौर। पिछले कुछ दिनों से सरवटे बस स्टैंड (Sarwate bus stand) क्षेत्र में भीख (begging) मांगने वाले बच्चों (children) की संख्या में अचानक वृद्धि हो गई है। आसपास की होटल (hotel) और दुकान (shop) वालों का कहना है कि ये बच्चे कहां से आए इसके बारे में नहीं पता, लेकिन कुछ संदिग्ध लोग इनके आसपास मंडराते रहते हैं और बच्चों पर निगाह रखते हैं। आशंका है कि इन बच्चों (children) को भीख (begging) मांगने के लिए कहीं से लाया गया है। इसके अलावा शहर के चौराहों पर भी भिखारियों (beggars) की भीड़ बढऩे लगी है।
यूं तो इंदौर में भीख मांगने वाले लोगों की कमी नहीं है, लेकिन लॉकडाउन (lockdown) खुलने के बाद जिस तरह से सरवटे बस स्टैंड (Sarwate bus stand) क्षेत्र में इनकी संख्या बढ़ी है, उससे आशंका है कि इंदौर में बच्चों (children) से भीख (begging) मंगवाने वाले लोगों का कोई गिरोह सक्रिय (gang active) है। इनमें अधिकांश बच्चे 8 से 12 साल की उम्र के हैं और इनके पास छोटे-छोटे बच्चे (children) भी रहते हैं, जिनकी उम्र 2 से 4 साल रहती है। ये बच्चों (children) को दूध या खाने के नाम पर भीख (begging) मांगते हैं। कई बार कम पैसे देने पर 10 से 20 रुपए की मांग करते हुए पीछे-पीछे घूमने लगते हैं। ऐसे ही बच्चे (children) गंगवाल बस स्टैंड (gangwal bus stand) पर भी देखे जा रहे हैं। आसपास के दुकानदारों का कहना है कि इन्हें अगर कोई खाने को कुछ दिलवाता है तो मना कर देते हैं और पैसों की मांग करते हैं। चौराहों पर भी ऐसे बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि कई चौराहों पर छोटा-मोटा सामान बेचने के नाम पर भीख (begging) मांगी जा रही है।