भोपाल। मध्यपरदेश और देश में काँग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का क्लब हाउस चैट मामला अब तुल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर सियासत तेज होती जा रही है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (V.D Sharma) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिख इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। पत्र में दिग्विजय सिंह की गतिविधियों की एनआईए से जांच की मांग की है।
वीडी शर्मा ने पत्र में लिखा कि दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एक क्लब हाउस चैट में जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से धारा 370 हटाने पर दुख जताया। जबकि फिर से उसकी बहाली की बात भी कही है। उनका यह कथन घोर राष्ट्र विरोधी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह पहले भी इस तरह के बयान देते रहे हैं, दिग्विजय सिंह के मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड की जांच होनी चाहिए।
क्योंकि दिग्विजय सिंह देश के साथ ठीक नहीं कर रहे। वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह का बयान आने के बाद ही केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखने की बात कही थी। दिग्विजय सिंह के धारा 370 पर दिए गए बयान के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। जबकि केंद्रीय स्तर के कई नेताओं ने भी दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है।
सीएम शिवराज(CM Shivraj Singh Chouhan) ने दिग्विजय सिंह को लेकर उनके इस बयान पर उन्हें कोई हैरान नहीं है। क्योंकि दिग्विजय सिंह ही नहीं बल्कि पूरी कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ है। इसके अलावा बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दिग्विजय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें दिग्विजय सिंह के इस बयान पर कोई हैरानी नहीं हुई क्योंकि दिग्विजय सिंह पहले भी ऐसा करते रहे हैं।
इसलिए मचा है बवाल
दिग्विजय सिंह जिस क्लब हाउस चैट(club house chat) में मौजूद थे, इस दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने जब दिग्विजय सिंह से सवाल किया कि मोदी सरकार अगर सत्ता से बाहर होगी तब कश्मीर पर क्या हो सकता है। पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल पर दिग्विजय सिंह(Digvijay Singh) ने कहा, जब कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाया गया तो वहां लोकतंत्र नहीं था। वहां इंसानियत भी नहीं थी, क्योंकि लोगों को जेल में डाला गया।
कश्मीरियत अपने आप में लोकतंत्र का आधार है क्योंकि एक मुस्लिम बहुल राज्य में एक हिंदू राजा था। दोनों मिलकर साथ काम करते थे। यहां तक कि राज्य की सरकारी सेवाओं में कश्मीरी पंडितों को आरक्षण दिया गया था। इसलिए आर्टिकल 370 (Artical 370) हटाने का फैसला और राज्य का दर्जा छीनना एक दुखी करने वाला फैसला है। कांग्रेस पार्टी सत्ता में आने पर इस फैसले पर जरूर विचार करेगी। इस बयान के बाद से दिग्विजय सिंह देश विरोधी आरोपों से घिर गए हैं विपक्ष लगातार उन पर हमला बोल रहा है।
Share: