नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को एक बार फिर से कोरोना से निपटने में स्वास्थ्य सुविधाओं के कुप्रबंधन के लिए फटकार लगाई है और महामारी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी है। इस पर दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य के मुखिया अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार इतनी अड़ियल हो चुकी है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों से भी कुछ लेना देना नहीं है। कोरोना और प्रदूषण पर कोर्ट द्वारा पांच बार फटाकर लगने के बाद भी सरकार की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं आया है।
गुप्ता ने कहा कि आज दिल्लीवासी तो परेशान हो ही रहे हैं साथ-साथ व्यापारी वर्ग को भी भारी नुकसान हो रहा है। दिल्ली सरकार की न तो नीयत है काम करने की और न ही इच्छा शक्ति दिखाई दे रही है। इसलिए उनका काम जमीन पर नहीं दिखता है, सिर्फ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फोटो प्रचार के लिए होर्डिंग्स पर दिखती है। उन्होंने कहा कि यह दिल्ली सरकार की नैतिक जिम्मेदारी थी कि संकट के समय में राजनीतिक पार्टियां, समाज सेवी संस्थाएं आरडब्लूए, व्यापारिक संगठनों के साथ मिलकर काम करती लेकिन दिल्ली सरकार ने दिखावे के लिए अपने स्तर पर काम किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त समय था स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर बनाने का लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। मार्च से शुरू हुआ कोरोना संक्रमण का खतरा नवम्बर खत्म होने को है लेकिन स्थिति दिन पर दिन बदतर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों को संकट में डाल कर मुख्यमंत्री इतने निश्चिंत होकर अपने कमरे में कैसे बैठ सकते हैं? क्या होर्डिंग्स पर फोटो लगवा कर प्रचार करने से कोरोना महामारी से जंग जीतेंगे? (एजेंसी, हि.स.)
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