- हाई स्पीड वाहन टेस्टिंग ट्रैक क्लस्टर में 50 नील गाय मौजूद
इंदौर। पीथमपुर में बने दुनिया के पांचवें और एशिया के सबसे लम्बे हाई स्पीड वाहन टेस्टिंग ट्रैक पर नीलगाय के झुंड का खतरा मंडरा रहा है। वन विभाग की रेस्क्यू टीम के अधिकारियों के अनुसार टेस्टिंग ट्रैक के इलाके में बड़ी संख्या में नीलगाय घुस आई हैं, जिन्हें पकडऩे के लिए 3 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर लगभग 3200 एकड़ में 3000 करोड़़ रुपए से ज्यादा की लागत से पीथमपुर में विश्व स्तरीय सबसे लंबे हाई स्पीड टेस्टिंग ट्रैक पर वाहन बनाने वाली कम्पनियां अपने वाहनों का तकनीकी परीक्षण करती हैं। यहां बनाए गए ट्रैक पर नए वाहनों को टेस्टिंग के लिए सबसे अधिकतम स्पीड पर दौड़ाया जाता है, मगर इस ऑटो टेस्टिंग ट्रैक पर नीलगाय की मौजूदगी ने यहां के स्टाफ और वाहन चालकों को परेशानी और चिंता में डाल दिया है। नीलगाय के कारण वाहनों की टेस्टिंग पर खतरा बढ़ गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में 100 से ज्यादा कर्मचारी
इंदौर, रालामंडल रेस्क्यू टीम के अनुसार नीलगाय के रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के 100 से ज्यादा कर्मचारी जुटे हैं। इंदौर, रालामंडल के अलावा भोपाल, बांधवगढ़, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम के कर्मचारी और अधिकारी मौजूद हैं। 3 दिनों में रेस्क्यू टीम खबर लिखे जाने तक सिर्फ 1 नीलगाय ही पकड़ पाई है।
ऑटो टेस्टिंग ट्रैक कई एकड़ में फैला हुआ है। यहां 40 से ज्यादा नीलगाय की मौजूदगी का पता चला है। इनको पकडक़र जंगलों में छोड़ा जाएगा।
योहान कटारा, एसडीओ,
रालामंडल, इन्दौर