भोपाल न्यूज़ (Bhopal News) मध्‍यप्रदेश राजनीति

दिग्विजय ने ट्वीट कर सिंधिया पर साधा निशाना, कहा- बहादुर लोग तो ऐसा नहीं करते

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं और अक्सर अपने बयान और ट्वीट के चलते सुर्खियों में रहते हैं। दिग्विजय वर्तमान राजनीति के हर एक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया जरुर देते हैं। कुछ महीनों पहले कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के मामले में दिग्विजय सिंह अब तक खामोश थे, लेकिन अब उन्होंने अपनी चुप्पी को तोड़ते हुए सिंधिया के भाजपा प्रवेश पर अब जाकर निशाना साधा है।

इन दिनों राजस्थान की राजनीति में भी मप्र जैसे हालात बने हुए हैं। युवा नेता सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ बिगुल फूक दिया है। हालांकि उन्होंंने साफ कहा है कि वह भाजपा में शामिल नही हो रहे हैं। इससे उलट मप्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था। मप्र के घटनाक्रम में सिंधिया को लेकर अब तक दिग्विजय खामोश थे। लेकिन अब उन्होंने अपनी खामोशी को तोड़ते हुए सिंधिया को आड़े हाथों लिया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘महाराज आपको कांग्रेस ने जब इतना मौक़ा दिया तो फिर बिना सोनिया जी, राहुल जी, डॉ मनमोहन सिंह जी से मिले आप क्यों चले गए। उन्होंने आगे लिखा है कि जिसने आपको लोकसभा चुनाव में पराजित किया? क्या आपने हार स्वीकार कर दुश्मन के सामने आत्मसमर्पण नहीं कर दिया? बहादुर लोग तो ऐसा नहीं करते।

वहीं एक अन्य ट्वीट कर दिग्विजय ने कृषि मंत्री के बयान पर सिंधिया से सवाल पूछते हुए कहा कि ‘महाराज भाजपा के कृषि मंत्री कमल पटेल कहते है “किसानों का कर्ज़़ माफ करना पाप है”। क्या आप उनके बयान से सहमत हैं? यदि शिवराज चौहान कॉंग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज़़ माफ़ करने की जो प्रक्रिया शुरू की थी वह उसे पूरा नहीं करते हैं तो क्या आप मप्र सरकार के खिलाफ सडक़ों पर उतरेंगे? देखते हैं। (एजेंसी, हि.स.)

Share:

Next Post

चिदंबरम का दावाः डेढ़ किलोमीटर अंदर मौजूद हैं चीनी

Sat Jul 18 , 2020
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दावा है कि भारत की एक इंच जमीन पर भी किसी का कब्जा नहीं है महज बयानबाजी है। चिदंबरम ने कहा कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी आकलन किया है कि चीन की सेना अभी भी वास्तविक नियंत्रण रेखा के […]