दो लोगों से तीन लाख की ठगी, पुलिस ने पैसा वापस करवाया
इंदौर। पहचान कौन बोल रहा हूं…ऐसा कोई फोन आए तो सावधान हो जाएं। ठग अब इस तरह से लोगों को ठगी (fraud) का शिकार बना रहे हैं। ऐसे दो मामले क्राइम ब्रांच (crime branch) के पास पहुंचे थे। हालांकि समय रहते शिकायत होने से पुलिस ने उनके पैसे वापस करवा दिए।
साइबर ठग लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके ईजाद करते हैं। पुलिस लोगों को एडवाइजरी जारी कर सचेत करती है, लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच के पास कल दो शिकायतें पहुंची थीं। प्रापर्टी ब्रोकर चंद्रकांत निवासी महू और कारपेंटर चेतन निवासी इंदौर को किसी ने फोन किया और कहा कि पहचान कौन बोल रहा हूं…, आवाज से पहचान। फिर कहा कि परेशानी में हूं, कुछ पैसे की आवश्यकता है। इस तरह बातों में उलझाकर फोन पे से दोनों से तीन लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। लेकिन जैसे ही उन्हें ठगी होने का अंदेशा हुआ तो उन्होंने तुरंत क्राइम ब्रांच से संपर्क किया। क्राइम ब्रांच ने कंपनी से संपर्क कर उनके पैसे वापस करवा दिए। ऐसी दो दर्जन से अधिक शिकायतें क्राइम ब्रांच के पास पहुंची हैं, जिनमें लाखों की ठगी की गई है।
बिजली कनेक्शन, बैंक अधिकारी, रॉ मटेरियल के नाम पर भी ठगा
इसके अलावा क्राइम ब्रांच ने बिजली कनेक्शन काटने का मैसेज भेजकर सीनियर सिटीजन, एक इंजीनियर और एक व्यापारी से हुई तीन लाख की ठगी के मामले में भी उनके पैसे वापस करवाने में सफलता अर्जित की है। क्राइम ब्रांच ने पांच लोगों के सात लाख रुपए वापस करवाए हैं। इस साल क्राइम ब्रांच लोगों के चार करोड़ रुपए वापस करवा चुकी है।
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