आचंलिक

‘अंबेडकर’ के नाम पर ‘अनुसूचित जाति’ की नर्सिंग छात्राओं का आर्थिक शोषण?

  • भांजियों ने लगाई ‘मामा’ से गुहार : छोटे मामा विधायक ने सुनी भांजियों की फरियाद
  • अंबेडकर इंस्टीट्यूट का संचालक सेमुअल छात्राओं का भविष्य बर्बाद करने की दे रहा धमकी
  • विधायक ने लगाया एसडीएम को फोन : नर्सिंग कॉलेज की जांच के निर्देश

बीना। पिछले कई वर्षों से शहर में बड़े बड़े होर्डिंग और अखबारों में लाखों रुपए के विज्ञापन देकर फर्जी एनजीओ चलाने वाले इब्राहिम डेविड सेमुअल नाम का व्यक्ति अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज चला रहा है। इस कॉलेज की कहां से मान्यता है और कॉलेज के अंदर किन नियमों के तहत दर्जनों छात्राओं को नर्सिंग की ट्रेनिंग दी जाती है, कौन ट्रेनिंग देता है यह सब रहस्य बना हुआ है। कुछ बहादुर छात्राओं ने इंस्टीट्यूट के संचालक की मनमानी, छात्राओं के आर्थिक शोषण के खिलाफ विधायक महेश राय को शिकायत पत्र सौंपा, जिस पर विधायक ने तत्काल मामले की गंभीरता को समझते हुए एसडीएम को नर्सिंग कॉलेज की जांच के निर्देश दिए हैं। बीना (राजेश जैन)। एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की सभी बच्चियों को अपना मामा बताते नहीं थकते वहीं उन्हीं के प्रदेश के बीना विधानसभा क्षेत्र में भांजियों का खुलेआम आर्थिक शोषण स्थानीय स्तर पर संचालित एक इंस्टीट्यूट में किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला बीते दिनों प्रकाश में आया जिसमें बताया गया कि पिछले कई वर्षों से संचालित अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज का संचालक सेमुअल छात्राओं से नर्सिंग कोर्स कराने के नाम पर लाखों रुपए की फीस लेता है और उन्हें छात्रवृत्ति दिलाने का वादा करता है किंतु नर्सिंग कोर्स के अंतिम वर्ष में वह छात्रवृत्ति भी वापस मांगी जाती है, न देने पर छात्राओं को तरह-तरह की गंभीर धमकियां और उनका भविष्य बर्बाद करने की धमकी देते हुए उनका रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाता है।

विधायक और एसडीएम को छात्राओं ने सौंपा ज्ञापन
मजबूरी में कुछ बहादुर छात्राओं ने अपनी यह शिकायत विधायक महेश राय के कार्यालय पर पहुंचकर उनसे की। विधायक ने छात्राओं की समस्या की गंभीरता को समझते हुए तत्काल बीना एसडीएम से मोबाइल पर चर्चा की और उक्त नर्सिंग कॉलेज की जांच के निर्देश दिए। इतना ही नहीं विधायक ने फोन पर यह भी कहा कि मैं स्वयं ही इस मामले को देखूंगा। गौरतलब है कि छोटी बजरिया में संचालित डा. अंबेडकर इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग कालेज के विद्यार्थियों ने गुुरुवार को एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार राघवेंद्र पटेल को ज्ञापन दिया है। विद्यार्थियों ने कालेज संचालक पर फीस के नाम पर वसूली का आरोप लगाया गया है। छात्रों ने ज्ञापन के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने की मांग की है।


अनुजाति छात्रवृत्ति पर इंस्टीट्यूट संचालक की है नजर
अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि तीन साल के कोर्स की पूरी फीस जमा कर चुके है लेकिन कालेज संचालक अतिम वर्ष की मिली 40 हजार रुपए छात्रवृत्ति भी मांग रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अंबेडकर इंस्टीट्यूट में छात्राओं को प्रवेश देते समय 3 साल का कोर्स पूरा कराने के लिए 1.50 लाख रुपए फीस की मांग की गई थी। जिसमें उन्हें बताया गया था कि 90 हजार रुपए घर से देने होंगे और शेष 60 हजार रुपए छात्रवृत्ति में से काट ली जाएगी।


1.50 लाख रुपए प्रति छात्रा वसूली जाती है फीस, अब छात्रवृत्ति भी हड़पने की तैयारी
छात्राओं का आरोप है कि 90-90 हजार रुपए की फीस वह जमा कर चुके हैं इसके साथ ही प्रथम और द्वितीय वर्ष की छात्रवृत्ति में से 60 हजार रुपए भी कॉलेज संचालक काट चुका है। इस हिसाब से पूरी फीस जमा हो चुकी है। किंतु अब तीसरे और फाइनल वर्ष में संचालक इब्राहिम डेविड 40 हजार रुपए की छात्रवृत्ति भी मांग रहा है। छात्रवृत्ति न देने पर वह नर्सिंग का कोर्स पूरा कर चुकी छात्राओं का रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहा है बल्कि उन्हें धमकी दी जा रही है कि उनका भविष्य बर्बाद कर देगा।

छात्राओं के आर्थिक शोषण के साथ भविष्य बर्बाद करने की धमकी
छात्रवृत्ति देने से मना करने पर वह नर्सिंग का कोर्स पूरा कर चुके छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं, उल्टे उन्हें धमकी दी जा रही है कि अंतिम वर्ष की छात्रवृत्ति न देेने पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जाएगा। बिना रजिस्ट्रेशन न तो छात्र आगे की पढ़ाई कर पा रहे हैं और न ही नौकरी के लिए आवेदन। इसके चलते छात्रों ने पूरे मामले की जांच कर कालेज प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में प्राची रोहित, रागनी कुर्मी, अंनजु यादव, निशा दांगी, रश्मि अहिरवार, मिथलेश, रानी, फिजा, रचना, रोशनी राय, शैलेंद्र कुशवाहा, आरती कुशवाहा, रजनी कुशवाहा शामिल हैं।

इनका कहना है –
कुछ अनुसूचित जाति वर्ग एवं पिछड़ा वर्ग की बच्चियां अपनी शिकायत लेकर आई थीं कि अंबेडकर जी के नाम पर चलने वाले एक इंस्टीट्यूट में उन बच्चियों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है और मनमाने तरीके से फीस ली जा रही है जिसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों से जांच कर बच्चियों को न्याय दिलाने का और उनका तत्काल रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए हैं।
महेश राय, विधायक, बीना

छात्राओं को अनुमानित फीस बता दी गई थी जिसमें छात्रवृत्ति भी शामिल थी अब छात्र फीस देने मना कर रहे हैं, इन छात्राओं को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
इब्राहिम डेविड सेमुअल, संचालक – डॉ. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज

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