लंदन। देश-दुनिया से अभी वैश्विक महामारी कोरोना (Corona) गई नहीं कि एक बार फिर कोरोना (Corona) की नई लहर की आशंका जताई जाने लगी है। आने वाले कुछ महीनों में कोरोना (Corona) एक बार फिर से कहर बरपा सकता है। एक शोध के मुताबिक, डेल्टा के सब वेरिएंट (All variants of Delta) की वजह से कोरोना के मामलों में एक फिर से तेजी देखने को मिल सकती है। डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) के कारण ही कोरोना की दूसरी लहर आई थी। इस वेरिएंट को खतरनाक माना जा रहा है।
दूसरी तरफ COVID-19 की नई लहर की आशंका को देखते हुए विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ब्रिटेन में आने वाली सर्दियों में कोरोना स्वास्थ्य व्यवस्था की कमर तोड़ सकता है। ब्रिटेन की न्यूज़ वेबसाइट डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑमिक्रॉन के नए सबवेरिएंट ने वैक्सीन से तैयार हुई इम्युनिटी के अनुसार खुद को विकसित कर लिया है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि नए इम्यून-इवेसिव वेरिएंट (immune-evasive variant) ब्रिटेन की स्वास्थ्य व्यवस्था NHS को घुटने पर ला सकते हैं।
वैसे भी हम 17 सितंबर को समाप्त सप्ताह के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो पता चलता है कि कोरोना के नए मामलों में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। यह वृद्धि आ रही सर्दी को देखते हुए आगे बेहद गंभीर रूप धारण कर सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार लगभग 1.1 मिलियन लोगों को हाल ही में कोरोना ने चपेट में लिया है जो जुलाई के मध्य के बाद पहली एक वृद्धि के रूप में सामने आया है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि टेस्टिंग में कमी और सार्वजानिक क्षेत्रों में अपर्याप्त निगरानी के चलते कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है।
बुखार और गंध की कमी अब है दुर्लभ
बदलते कोरोना के स्वरुप पर डॉक्टरों का मानना है कि अब वास्तव में बुखार और गंध की कमी लक्षणों के रूप में बेहद दुर्लभ हो गई है, हालांकि अभी भी दो-तिहाई लोगों में गले में खराश के साथ कोविड शुरू होता है। गौरतलब है कि यह लक्षण आम सर्दी से होने वाला जुखाम में भी देखा जाता है जिसके चलते कई लोग कोरोना के परिक्षण नहीं कराते और वायरस के कैरियर के रूप में घूमते रहते हैं।