भोपाल। निशातपुरा थाना क्षेत्र में एक प्लॉट का दो बार रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है। प्लॉट के मूल मालिक को पता ही नहीं चला कि उसकी जमीन के फ र्जी दस्तावेज से कोई उसके प्लॉट को दोबारा बेच दिया है। खरीददार की शिकायत के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
निशातपुरा थाने के प्रधान आरक्षक जसवंत चंदेल ने बताया कि असलम खान (40) बुधवार का रहने वाला है और नगर निगम में नौकरी करता है। कुछ साल पहले उसकरी मुलाकात निशिकांत मानके से हुई थी। निशिकांत भोपाल में नहीं रहते। कुछ साल पहले निशिकांत को पैसों की जरूरत थी तो भोपाल आए और ईडन गाडज़्न के पास स्थित अपना प्लॉट छह लाख रुपए में असलम खान को बेच दिया। असलम ने प्लॉट की रजिस्ट्री कराने के बाद उस पर कब्जा नहीं किया। कुछ माह पहले असलम ने मकान बनवाने के लिए जब प्लॉट पर पहुंचा तो पता चला कि उक्त प्लॉट पर छोला थाना क्षेत्र के बदमाश विक्की सरदार का कब्जा है। विक्की सरदार ने बताया कि उसे निशिकांत नाम के व्यक्ति ने प्लॉट बेचा है। असलम ने इसकी शिकायत निशातपुरा थाने में की। थाना पुलिस ने जब विक्की सरदार से रजिस्ट्री मंगाई और जांच की तो रजिस्ट्री कराने वाला व्यक्ति को निशिकातं बनकर ही रजिस्ट्रार कार्यालय में हस्ताक्षर किए, लेकिन फ ोटो निशिकांत के नहीं थे। बाद में निशिकांत ने पुलिस को बताया कि उसने अपना प्लॉट असलम को बेचा है। विक्की सरदार व अन्य को नहीं। जांच में खुलासा हुआ कि प्रापर्टी डीलर राजू मालवीय और वीरेंद्र मिश्रा ने फ र्जी दस्तावेज तैयार कर क्षद्म व्यक्ति को निशिकांत बनाकर विक्की सरदार को रजिस्ट्री करा दी थी। पुलिस ने अब क्षद्म निशिकांत मानके और राजू मलवीय के साथ वीरेंद्र मिश्रा को धोखाधड़ी का आरोपी बनाया है। फि लहाल किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
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