देश

धमतरी में लगातार बारिश से कई गांव में बाढ़ जैसे हालात

धमतरी। जिले में गुरुवार को हुई झमाझम बारिश से शहर-अंचल तरबतर हो गया। गुरुवार दिनभर बारिश के बाद के बाद रात में भी तेज हवाओं के साथ अच्छी बारिश हुई है। इससे कई गांव में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। कई गांव में कमर तक पानी भर गया है। इसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत श्यामतराई के अलावा धमतरी ब्लॉक के ग्राम गुजरा, डोमा, संबलपुर, बोड़रा सहित अन्य गांव में पानी जमा हो गया है। ग्रामीण पानी उतरने का इंतजार कर रहे हैं। ग्राम पंचायत गुजरा के भुखन राम ध्रुव, नंदूराम यादव, मेहतरु पटेल ने बताया कि लगातार बारिश होने के कारण इस गांव में अन्य गांव से पानी बहता हुआ आता है। आसपास के गांव की निकासी नालियां में अतिक्रमण होने के कारण बरसाती पानी गांव से होकर गुजरता है। बोड़रा के श्याम लाल साहू, धीरेंद्र कुमार साहू व प्रमोद साहू ने बताया कि लगातार बारिश होने की स्थिति में हर साल इस तरह की स्थिति बन जाती है। गांव के बाहर में निकासी नाली को दुरुस्त करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं, लेकिन आज तक यह कार्य अधूरा है। इसके कारण प्रतिवर्ष इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ता है। पानी उतरने में कम से कम एक से दो दिन का समय लग जाता है, क्योंकि जिस मात्रा में पानी की आवक होती रहती हैं उसी मात्रा में पानी की आवक अन्य गांव से होती है। ग्राम पंचायत सरपंच कलीबाई ध्रुव ने बताया कि शासन को इस संबंध में सूचना दे दी गई है।
उल्‍लेखनीय है कि धमतरी जिले में पखवाड़े भर बाद गुरुवार-शुक्रवार तेज बारिश हुई है। जिससे जिले के चारों बांध ज‍िसमें गंगरेल बांध, दुधावा, सोंढूर बांध, बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव बांध (मुरूमसिल्ली बांध) में पानी की आवक लगातार बनी हुई। जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक धमतरी जिले में 856 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। भू अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक जहां सबसे अधिक धमतरी विaकासखण्ड में 1042.6 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है, वहीं मगरलोड विकासखण्ड में सबसे कम 735.4 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई है। इसी तरह कुरूद विकासखण्ड में 867.2 मिलीमीटर और नगरी विकासखण्ड में 781.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। एजेंसी

Share:

Next Post

बिना एग्जाम के पास नहीं होंगे अंतिम वर्ष के छात्र : सुप्रीम कोर्ट

Fri Aug 28 , 2020
नई दिल्ली। कोरोना काल के दौरान और हालातो को देखते हुए विश्वविद्यालय के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं करवाने के खिलाफ दाखिल अर्जी पर आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के छह जुलाई के परिपत्र को बरकरार रखा है। इस मामले में छात्रों की तरफ से अदालत में […]