नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जमकर तारीफ की है. गहलोत ने बुधवार को कहा कि प्रशांत किशोर देश में एक ब्रांड बन चुके हैं. उनका अनुभव इतना है कि उसका इस्तेमाल विपक्ष को एकजुट करने में किया जा सकता है.
अशोक गहलोत का ये बयान ऐसे समय आया है, जब प्रशांत किशोर की कांग्रेस हाईकमान के साथ लगातार बैठकें चल रही हैं. माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में नई जान फूंकने के मंत्र सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को दे रहे हैं. ऐसी भी चर्चा है कि प्रशांत किशोर जल्द ही कांग्रेस पार्टी जॉइन कर सकते हैं.
सोनिया गांधी समेत कांग्रेस की टॉप लीडरशिप के साथ प्रशांत किशोर की पिछले चार दिनों में तीन बार लंबी बैठकें हो चुकी हैं. खबरें हैं कि इस दौरान प्रशांत ने 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की रणनीति को लेकर प्रेजेंटेशन दिया है.
प्रशांत ने कांग्रेस को सुझाव दिया है कि उसे लोकसभा की 370 सीटों पर फोकस करते हुए आगे बढ़ना चाहिए. महाराष्ट्र, बंगाल और तमिलनाडु में गठबंधन पर भरोसा करना चाहिए और यूपी, ओडिशा, बिहार में ‘एकला चलो’ की नीति अपनानी चाहिए. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस में कई नेता प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं. इस बारे में अंतिम फैसला सोनिया गांधी को करना है.
प्रशांत किशोर को लेकर कांग्रेस में चल रही इसी सरगर्मी के बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का बयान आया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बुधवार को उन्होंने दिल्ली में कहा कि प्रशांत किशोर एक ब्रांड बन चुके हैं. 2014 में वह नरेंद्र मोदी के साथ थे, उसके बाद नीतीश कुमार के साथ रहे. फिर पंजाब में कांग्रेस और बाकियों के लिए भी काम किया. हम भी एक्सपर्ट्स और एजेंसियों से सलाह लेते रहते हैं. उनकी (प्रशांत किशोर) का अनुभव देश में विपक्षी दलों को एकजुट करने में काफी लाभदायक साबित हो सकता है.
एएनआई के मुताबिक, अशोक गहलोत ने देश के कथित मौहाल को लेकर एक बार फिर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि देश किस रास्ते पर जा रहा है. जिस तरह से राज्यों में हिंसा हो रही है, सोशल मीडिया पर लोगों को भड़काया जा रहा है, यह एक खतरनाक राजनीति है. लोगों को इससे सावधान रहना चाहिए. हिंसा का जवाब हिंसा कभी नहीं होना चाहिए.
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