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अगले सीजन में चीनी निर्यात पर सरकार लगा सकती है सीमा, कीमतों में कमी करने की योजना


मुंबई। सरकार अगले सीजन में चीनी निर्यात पर 60-70 लाख टन की सीमा लगा सकती है, जो चालू सीजन में एक करोड़ टन है। यह लगातार दूसरा साल होगा, जब चीनी निर्यात पर सीमा लगाई जाएगी। अगला सीजन अक्तूबर से सितंबर तक होगा।

सरकार इसके जरिये घरेलू आपूर्ति को सही रखने और साथ ही कीमतों में कमी करने की योजना बना रही है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है। सरकारी और उद्योग के सूत्रों के मुताबिक, चालू सीजन की तुलना में अगले सीजन में एक तिहाई कम निर्यात हो सकता है।


24 मई को लगाई गई थी सीमा
सरकार ने 24 मई को चीनी के निर्यात पर 6 साल में पहली बार सीमा लगाई थी। इस साल में रिकॉर्ड निर्यात से चीनी का भंडार एक अक्तूबर तक कम होकर 65 लाख टन रह सकता है। एक साल पहले यह 82 लाख टन था। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने सरकार से अपील की है कि कम से कम 80 लाख टन चीनी निर्यात की मंजूरी दी जाए। क्योंकि इस साल 3.6 करोड़ टन चीनी का उत्पादन हो सकता है।

कुछ महीनों में निर्यात को तेजी दी जाए
इस्मा ने कहा है कि अगले सीजन के पहले कुछ महीने में निर्यात को तेजी दी जाए क्योंकि उत्पादन का सही आंकड़ा अप्रैल, 2023 तक ही पता चल पाएगा। भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया, बांग्लादेश, सूडान, संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल और चीन में चीनी का निर्यात करता है।

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