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इन दो राशि वालो की मुश्किलें बढ़ाएगी गुरु की उल्‍टी चाल, 119 दिन तक रहना होगा सावधान

नई दिल्‍ली। ज्‍योतिष (Astrology) में शुभ ग्रह माने गए गुरु 29 जुलाई से मीन राशि (Pisces) में वक्री हो रहे हैं. वे 24 नवंबर 2022 तक वक्री रहेंगे. इस दौरान वक्री गुरु मीन और कन्‍या राशि (Virgo) वालों के लिए अच्‍छा असर नहीं डालेंगे. इन जातकों को गुरु के वक्री रहने के दौरान 119 दिन तक अपनी सेहत का ध्‍यान रखना चाहिए. जिन लोगों का मीन या कन्या लग्न है, वे भी अपना ध्‍यान रखें. खासतौर पर जिन लोगों का वजन ज्‍यादा है, वे मॉर्निंग वॉक-एक्‍सरसाइज जरूर करें.

गुरु बढ़ाएंगे शरीर में फैट
वक्री गुरु (retro guru) सबसे अधिक मीन राशि पर प्रभाव डालेंगे क्योंकि गुरु इसी राशि में है. गुरु अंतरिक्ष(space) में सबसे भारी और सबसे बड़े ग्रह हैं. गुरु जहां बैठते हैं, वहां के जीव को दबाते हैं और जब वह वक्री हो जाते हैं तो उनका भार दुगना हो जाता है. मीन राशि होने का अर्थ है कि चंद्रमा भी गुरु के साथ है, यहां पर गुरु चंद्रमा को बलवान करेंगे लेकिन चंद्र लग्न का स्थान होने के कारण शरीर में भारीपन भी लाएंगे.



वहीं जिन लोगों का मीन लग्न है उन पर गुरु का पूर्ण प्रभाव रहेगा. लग्न पर गुरु वक्री हो जाए तो सुबह सोकर उठने के बाद शरीर में भारीपन रहता है, यदि आप ठंडे वातावरण में सोकर उठें तो शरीर को तब तक आराम नहीं मिलता है जब तक कि वे सामान्य तापमान में न आ जाएं. जिन जातकों का मीन लग्न या राशि है और उन्‍हें थायराइड, गठिया, कोलेस्ट्रॉल की समस्‍या भी है तो वे अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें. दवा के साथ-साथ व्यायाम करना बहुत ही आवश्यक है. 119 दिन मीन राशि या लग्न वालों को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए.

तली हुई चीजों से दूरी बनाएं कन्या राशि वाले
कन्या लग्न या राशि वालों के लिए गुरु का वक्री होना उनके पेट में भारीपन ला सकता है, इसलिए बहुत अधिक ऑयली भोजन करने से बचना चाहिए. खस्ता, कचौड़ी, पकौड़ी जैसे डीप फ्राई वाले खाद्य पदार्थों से 119 दिन तक दूरी बनाएं. कन्या राशि वाले यदि शराब का सेवन करते हैं तो उसे भी त्याग दें. गुरु का मीन राशि में वक्री होने का प्रभाव कन्या राशि वालों के पेट पर पड़ेगा. गुरु लीवर का प्रतिनिधित्व करते हैं लिहाजा जिन लोगों का लिवर फैटी है उनको भी परहेज करना चाहिए.

वक्री गुरु से राहत पाने के उपाय
– खानपान में कंट्रोल के साथ-साथ किसी मंदिर के पुजारी को बिना सिले हुए वस्त्रों का दान कर सकते हैं, ऐसा करने से गुरु प्रसन्न होते हैं.

– गाय को भरपेट भोजन कराना चाहिए. गाय के आशीर्वाद से गुरु अति प्रसन्न होते हैं.

– घर के बड़े बुजुर्गों की सेवा करना चाहिए और उनकी आज्ञा माननी चाहिए.

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य सूचना के लिए हैं हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं. इन्‍हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

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