- दो सदस्यीय टीम का शहर में डेरा
जबलपुर। हैंड ग्रेनेड व अन्य विस्फोटक हरियाणा के गुरुग्राम सेक्टर 31 में बंद पड़े एक मकान में एक मार्च को मिले दो हैंड ग्रेनेड के तार जबलपुर के ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया से जुड़ते दिख रहे हैं। सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिकों के लिए बनाए जाने वाले हैंड ग्रेनेड सूने मकान में कैसे पहुंचा, इसकी जांच हरियाणा पुलिस के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियां भी कर रही है। गुरुग्राम की थाना सेक्टर-40 से दो सदस्यीय पुलिस की टीम जबलपुर पहुंची है।
हरियाणा के गुरुग्राम की थाना सेक्टर-40 के एसआई चरण सिंह व दीपक जबलपुर पहुंचे है। दोनों पुलिस कर्मियों ने पहले एसपी कार्यालय पहुंच कर यहां के अधिकारियों से मिले और गुरुग्राम के पुलिस अधिकारियों का पत्र देते हुए जांच में सहयोग मांगा। इसके बाद टीम को खमरिया थाने भेजा गया। वहां से स्थानीय थाने की पुलिस के साथ दोनों कर्मी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया पहुंचे, टीम अभी जबलपुर में रुकी है। फैक्ट्री से मिलने वाले जवाब के बाद टीम की जांच आगे बढ़ेगी। गुरुग्राम सेक्टर-31 में बंद मकान में मिले दोनों हैंड ग्रेनेड में एक पर ओएफएम 1963 और साइड में एम लिखा हुआ है। दूसरे ग्रेनेड पर ओएफएम 1963 और साईड में आर लिखा हुआ है। ये ऑर्डिनेंस खमरिया जबलपुर में बने हैं या किसी अन्य ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बने हैं, इसकी भी पड़ताल की जा रहीं है। यदि ये ग्रेनेड ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया जबलपुर में बने हैं तो कब बने है और इसका बैच नंबर क्या है? इस बैच में कितने ग्रेनेड बने थे और किस-किस फोर्स या सेना या किस सरकारी सुरक्षा एजेंसी को अलॉट किए गए थे।
यह है मामला
27 फरवरी की रात को दिल्ली-जयपुर हाइवे किनारे सेक्टर-31 स्थित सीएनजी पंप पर सो रहे 3 कर्मचारियों की हत्या कर दी गई थी। ऐसे में पुलिस की कई टीमें आसपास के एरिया में सर्च कर रही थीं। सेक्टर-39 क्राइम ब्रांच के इंचार्ज रहे एसआई राजकुमार को खबर मिली कि सीएनजी पंप के पीछे ग्रीन बेल्ट के साथ लगते मकान में कुछ विस्फोटक है। मकान की सर्चिंग में 2 हैंड ग्रेनेड मिले। मौके पर डीसीपी ईस्ट के साथ बम निरोधक दस्ता पहुंचा। इस मकान में 15 प्रैक्टिस हैंड ग्रेनेड, 43 खाली खोल और 1 आईकैट स्ट्रिप मिली थी। इसी सिलसिले में एक टीम जबलपुर भेजी गई है।