आचंलिक

कैसे बढ़े सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या, जब विद्यालयों में हो मूलभूत सुविधाओं का अभाव

पानबिहार। शासकीय विद्यालयों में हुए निर्माण कार्यों पर जवाबदार नहीं है गंभीर सिर्फ निर्माण कार्य ही किए जा रहे सुचारू संचालन पर नहीं दिया जा रहा ध्यान। कुछ वर्ष पूर्व स्वच्छता अभियान के तहत शासकीय विद्यालयों में बने शौचालय अभी तक ठीक तरह से शुरू ही नहीं हो सके। कुछ देखरेख के अभाव में बंद ही पड़े वहीं पीएचई विभाग द्वारा जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत शासकीय विद्यालय व आंगनवाड़ी परिसरों में बच्चों को पीने के पानी और हाथ धुलाई के लिए लाखों करोड़ों खर्च कर बोरवेल लगा रही और हाथ धुलाई के लिए स्टैंड निर्माण कराया जा रहा लेकिन इसके सुचारू संचालन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पान बिहार नगर में ही आंगनवाड़ी केंद्र व शासकीय विद्यालयों में पेयजल हाथ धुलाई के लिए बनाए गए स्टैंड अभी तक सिर्फ सोपीस ही नजर आ रहे ना तो नलों में पानी आ रहा ना बोरवेल की मोटर चल रही समझ नहीं आता। इस तरह से शासन के लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर इसका लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिले तो फिर राशि खर्च करने का क्या औचित्य।

Share:

Next Post

विश्व योग दिवस : नमक शरीर के आंतरिक अंगों को लाभ पहुँचाता है, वैसे ही योग शरीर को स्वस्थ रखता है

Wed Jun 22 , 2022
नागदा। विश्व योग दिवस पर मंगलवार को शहरभर में आयोजन हुए। स्वस्थ्य व सुदृढ़ शरीर के लिए हर कोई योग करता नजर आया। कृषि उपज मंडी व बिरला मंदिर में मुख्य आयोजन हुआ। बिरला मंदिर में आयुष विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एसडीएम आशुतोष गोस्वामी, ग्रेसिम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधीरसिंह, अजय माहेश्वरी, होम्योपैथिक चिकित्सा के […]