मध्‍यप्रदेश

कैसे होंगे आयुष्मान? लुट रहे मरीज, जा रही जान

– आयुष्मान योजना से इलाज का अस्पताल मान नहीं रहे फरमान
– कागजों पर 161 अस्पतालों में 1000 से अधिक बेड आरक्षित
– राजधानी के 68 निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को अब तक आयुष्मान योजना का लाभ नहीं
भोपाल।  आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) के तहत राजधानी के 172 अस्पतालों में भले ही एक हजार से ज्यादा बेड आरक्षित किए गए हों, लेकिन ज्यादातर अस्पताल मरीजों को भर्ती को तैयार नहीं हैं। यह केवल भोपाल की स्थिति नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश में यही हालात है। हद यह है कि स्वास्थ्य विभाग (Health Department)  के अफसरों को नहीं पता कि योजना के तहत कितने लोगों का इलाज चल रहा है। योजना के तहत आयुष्मान कार्डधारी लोगों का पांच लाख रुपए तक का कोविड उपचार सरकार कराएगी, लेकिन तब जब अस्पताल योजना में किसी को भर्ती करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) की घोषणा के 10 दिन बाद भी कोरोना संक्रमित मरीजों को आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना (Ayushman Health Insurance Scheme) का लाभ नहीं मिल पा रहा है। आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana)  का लाभ न देने की 250 शिकायतें प्रशासन को मिल चुकी हैं। यह स्थिति तब है जब सरकार ने अस्पतालों को स्पष्ट कहा है कि निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के लिए 20 फीसदी बेड खाली रखने होंगे। बेड खाली होने पर वे इलाज करने से मना नही कर सकते। आयुष्मान योजना कार्ड धारक मरीजों का इलाज योजना के तहत करना होगा और उनसे कोई रकम नहीं वसूली जाएगी।
भोपाल में 172 अस्पताल अधिकृत- गौरतलब है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana)  का लाभ देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 26 अप्रैल को घोषणा की थी। भोपाल जिले में 161 गैर सरकारी और 11 सरकारी अस्पताल आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने के लिए सरकार की तरफ से अधिकृत है।
राजधानी में 18 आयुष्मान मित्र सक्रिय
आयुष्मान योजना का लाभ दिलाने के लिए सरकार द्वारा आयुष्मान मित्र की भी नियुक्ति की गई है। भोपाल जिले में 18 आयुष्मान मित्र हैं, जो मरीज के परिजनों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाने में मदद करते हैं। बता दें, कोरोना संक्रमित मरीजों को अगर आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल रहा हो तो 181नंबर पर कॉल करके शिकायत की जा सकती है। इसके अलावा 1075 और आयुष्मान भारत हेल्पलाइन 14555 पर भी कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड के बढ़ते विवादों को लेकर 18002332085 टोल फ्री नंबर भी परिजनों के लिए जारी किया गया है।
घोषणा के बाद जारी हुई थी निजी अस्पतालों की सूची
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan)  ने 26 अप्रैल को आयुष्मान योजना की घोषणा की थी। घोषणा के बाद 5 मई को 68 निजी अस्पतालों की सूची जारी की गई थी। निजी अस्पतालों की अधिकृत सूची जारी होने के बाद भी अस्पतालों ने कार्ड से इलाज के बाद नगद राशि मांगना जारी रखा। निजी अस्पतालों का कहना है पुरानी तारीख से योजना का लाभ देते हैं, तो फिर वो मरीज भी लाभ लेने के आगे आएंगे जो डिस्चार्ज हो गए हैं।

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