नई दिल्ली। टी20 विश्व कप 2022 (t20 world cup 2022) को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने घोषणा की है कि जो खिलाड़ी कोविड-19 (COVID-19) के लिए सकारात्मक परीक्षण करेंगे, उन्हें भी टी20 विश्व कप मैचों में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी. मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में कुल 16 टीमें भाग ले रही हैं. ऑस्ट्रेलिया जमीं पर जारी इस प्रतियोगिता का फाइनल 13 नवंबर को मेलबर्न में खेला जाएगा.
आइसोलेशन से भी छूट
इसके अलावा भी नियमों में काफी ढील दी गई है. टूर्नामेंट (Tournament) के दौरान खिलाड़ियों को अनिवार्य कोविड-19 टेस्ट के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. इसके अलावा यदि कोई खिलाड़ी खतरनाक वायरस से संक्रमित होता है, तो उसे अनिवार्य आइसोलेशन पीरियड (isolation period) से भी नहीं गुजरना होगा. जब कोई खिलाड़ी वायरस से संक्रमित(infected) होगा तो टीम के डॉक्टरों को यह आकलन करना होगा कि क्या खिलाड़ी का मैच में भाग लेना उचित रहेगा.
किसी प्लेयर की आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव (RT-PCR test report positive) आती है तो टीम को स्क्वॉड में बदलाव करने की अनुमति होगी. बाद में टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह खिलाड़ी स्क्वॉड से जुड़ सकेगा. कोरोना संक्रमित व्यक्तिगत के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार (Australian Government) द्वारा लागू कोविड-19 से जुड़े आइसोलेशन नियम इसी हफ्ते समाप्त हुए हैं.
कॉमनवेल्थ गेम्स में मिली थी ढील
कुछ ऐसा ही नियम बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान देखने को मिला था. उस गेम्स के एक मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ताहिलिया मैक्ग्रा को कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बावजूद हरमनप्रीत कौर की भारत के खिलाफ खेलने की अनुमति दी गई थी
पैट कमिंस ने जताई खुशी
ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान पैट कमिंस ने बताया कि कैसे आईसीसी के नियमों में बदलाव के कारण पिछले सालों की तुलना में इस बार टीम का डायनेमिक पूरी तरह से बदल गया है. रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कमिंस ने कहा, ‘यह पूरी तरह से अलग डायनेमिक्स है. टीम कल रात रात के खाने के लिए बाहर गई थी और हम वास्तव में इसके बारे में बात कर रहे थे. हमने लगभग तीन साल बाद ऐसा किया है. यह बहुत मजेदार है. आपको नई जगहों पर जाने और और अलग-अलग चीजों को अनुभव करने का मौका मिलता है.’
