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क्लास के दौरान बच्चों को छुट्टी पर ले जाना पेरेंट्स को पड़ेगा भारी, यहां लगेगा लाखों का जुर्माना

नई दिल्‍ली। जो माता-पिता अपने बच्चों को चलती हुई स्कूली कक्षाओं (टर्म टाइम) के दौरान छुट्टी पर ले जाते हैं, उनके लिए अब सर्तक हो जाने का समय आ चुका है. क्योंकि उन पर अब तगड़ा जुर्माना (heavy fine) लगाया जाएगा. ब्रिटेन सरकार ने ऐसे पेरेंट्स को लेकर एक सख्त नियम बनाया है जिसके अनुसार, ऐसे पेरेंट्स की जांच की जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा.

इन मामलों में पेरेंट्स को मिलेगा FPN
द सन में छपी खबर के मुताबिक, नए नियम में यह भी शामिल है कि इस अपराध को करने वाले माता-पिता को एक निश्चित जुर्माना नोटिस (FPN) भी दिया जाएगा. FPN उन माता-पिता को भी जारी किए जाएंगे जिनके बच्चे एक कार्यकाल में पांच बार देर से आए हैं, पांच बार बिना अनुमति के अनुपस्थिति रहते हैं या क्लास के टर्म के दौरान पांच-पांच दिनों के लिए लगातार बाहर हैं.



एक सत्र में दो बार भी लग सकता है जुर्माना
हर एक स्कूल सत्र में प्रत्येक बच्चे के लिए माता-पिता को अधिकतम दो बार जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है. यदि इससे ज्यादा बार गलतियां दोहराई जाती हैं तो बच्चे को लेकर अलग तरह से विचार किया जाएगा.

नए नियम पर क्या बोले अधिकारी
एजुकेशन सेक्रेटरी नदीम जाहवी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बदलाव लगातार छात्रों की अनुपस्थिति से निपटने में मदद करेंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं स्कूल में उपस्थिति पर बाल आयुक्त के काम करता हूं. इसलिए जानता हूं कि बच्चे खुद अपने शिक्षकों और अपने दोस्तों के साथ स्कूल में बहुत स्पेशल फील करते हैं, मेरा काम यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चे को वह स्कूल अनुभव मिल सके.’

आगे और होंगे नियम में सुधार
उन्होंने आगे कहा, ‘वर्तमान में संसद के माध्यम से चल रहे हमारे स्कूल विधेयक के साथ-साथ अनुपस्थिति जुर्माना कैसे संचालित होता है, इसे सुधारने के लिए योजना बनाई जाएगी. यह तय है कि ये योजना देश भर में स्थिरता में सुधार करेगी और लगातार अनुपस्थिति से निपटने में मदद करेगी.’

लाखों में हो सकती है जुर्माने की रकम
इस खबर की मानें तो अभी ये राशी तय नहीं है, लेकिन यह राशी 100 से लेकर 10000 पॉन्ड तक हो सकती है. जो भारतीय मुद्रा के अनुसार तकरीबन 9 लाख 53 हजार रुपये है.

बीमारी में मिलेगी छूट
सरकार ने कहा कि स्वास्थ्य कारणों से 15 दिनों या उससे अधिक समय तक अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों को स्थानीय परिषद को सूचित किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें और उनके परिवार को अधिक समर्थन मिले. यह खबर तब आई जब एक मां ने खुलासा किया कि कैसे वह अपने बच्चों को समय के दौरान छुट्टी पर ले जाकर 10,000 पाउंड से अधिक बचाने में कामयाब रही. परिवार पिछले कुछ वर्षों में मिस्र, लैंजारोट और मैक्सिको जैसे स्थानों की यात्राओं पर रहा है.

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