- सांवेर रोड, एमआर-10 और हातोद में हादसे…भारी बारिश से संपर्क भी टूटा
इंदौर (Indore)। कल दोपहर से हो रही लगातार बारिश के चलते एक मिनी बस गड्ढे में उतरकर डूब गई। बस में सवार श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर बचाया गया। एसडीआरएफ के कमांडेंट विनोद गौतम ने बताया कि कल शाम को उज्जैन जा रही श्रद्धालुओं से भरी एक मिनी बस सांवेर रोड आकाश नमकीन के समीप निर्माणाधीन सडक़ पर रांग साइड से जा रही थी। इस बीच बस गड्ढे में उतर गई और उसमें सवार ड्राइवर सहित आधा दर्जन श्रद्धालु फंस गए। बस पूरी तरह डूब गई थी, जिन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया। इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। उधर, आज सुबह एमआर-10 पर भी एक कार पानीभरे गड्ढे में उतर गई थी, जिसमें एक ही परिवार की दो महिलाएं और एक पुरुष सवार था। उन्हें भी सकुशल बचाया गया।
बाइक समेत बहा युवक…
कल दोपहर से हो रही बारिश से ग्रामीण इलाके के नदी-नाले उफान पर हंै। रात को हातोद क्षेत्र के एक गांव का युवक भाई को लेने हादोत गया था। सुबह तक उसका पता नहीं चला है। आशंका है कि वह नाले में बह गया। उसकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि गुर्दाखेड़ी गांव और हातोद के बीच ईंट भट्ठे के पास एक नाला बहता है, जिसका पानी यशवंत सागर में मिलता है। गुर्दाखेड़ी गांव का रहने वाला अरविंद मालवीय कल हातोद में नौकरी करने वाले भाई को लेने के लिए गांव से निकला था। उसके बाद उसका पता नहीं चला है। वह न तो भाई के पास हातोद पहुंचा और न ही सुबह घर लौटा। परिजन और पुलिस को शंका है कि वह पानी में बह गया। उसकी तलाश की जा रही है। हातोद पुलिस ने बताया कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि युवक बह गया। उधर ग्रामीण चंदनसिंह मकवाना का कहना है कि युवक की तलाश में ग्रामीण भी नाले और यशवंत सागर के आसपास लगे हुए हंै। उधर लोटस वैली गुलावट में यशवंत सागर के गेट खोलने के बाद कई दुकानों में पानी घुस गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में पुल-पुलिया डूबीं
इंदौर और आसपास के कई क्षेत्रों में कल से हो रही अनवरत वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। शहर से गांव को जोडऩे वाले कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। क्षेत्र में पडऩे वाले पुल-पुलियाओं से पानी ऊपर बह रहा है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है और सैकड़ों ग्रामीण फंसे हुए हैं। शिप्रा थाना प्रभारी गिरजाशंकर मोहबिया ने बताया कि मांगलिया-सोलसिंदा गांव को जोडऩे वाली पुलिया पर पानी ऊपर बह रहा है। बताया जा रहा है कि इस पुलिया से 10 गांव जुड़े हुए हैं। वहीं गोविंदपुरा पुल भी डूब गया है।