वैक्सीन सेंटर दूर मिलने के कारण शहर के एक कोने से दूसरे कोने में जाना पड़ता है लोगों को
इंदौर। पिछले तीन दिनों से पुलिस ने चौराहों पर सख्त चैकिंग (Checking) शुरू कर दी है। चैकिंग में फालतू घूमने वाले पुरुषों को तो पकड़ा ही जा रहा है, वहीं महिलाओं से भी किसी प्रकार की मुरव्वत नहीं की जा रही है। कल हुई चैकिंग में अधिकांश ऐसे युवा धराए, जो टीका (Vaccine) लगवाने जा रहे थे या टीका लगवाकर आ रहे थे। ऐसे लोगों के मोबाइल पर एसएमएस देखने के बाद ही पुलिस ने उन्हें छोड़ा।
जिला प्रशासन (District Administration) के आदेश पर सभी चौराहों पर अधिकारियों की निगरानी में पुलिस द्वारा चैकिंग (Checking) की जा रही है। चैकिंग में कई ऐसे लोग मिलते हैं जो बिना कारण शहर में घूमते हैं, लेकिन पकड़ाने के बाद कई तरह के बहाने बनाने लग जाते हैं। ऐसे लोगों को अस्थायी जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। कल अपने पालतू कुत्ते को घुमाने निकले एक शख्स को भी पुलिस ने पकड़ लिया और उठक-बैठक लगवाई। एक महिला तो उलटा पुलिस वालों पर ही हावी हो गई और कहा कि रिश्तेदार से मिलने जा रहे हैं। उनकी तबीयत खराब है। हम क्या उनसे मिलने नहीं जाएं? पुलिसवालों (Policemen) ने महिला को समझाया तो वह विवाद करने लगी। इस पर महिला पुलिस को बुलाकर उसे बस में बिठा दिया गया। कल शहरभर में चली चैकिंग में शाम तक अधिकांश लोग ऐसे मिले जो वैक्सीन (Vaccine) लगवाकर आ रहे थे या वैक्सीन (Vaccine) लगवाने जा रहे थे। कल कोविड टीकाकरण के लिए 18 साल की उम्र से ज्यादा वालों के स्लॉट बड़ी संख्या में खोले गए थे, वहीं 45 साल से अधिक की उम्र के लोगों को भी कल वैक्सीन का दूसरा डोज लगा। ऐसे ही लोग चैकिंग में धराए। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि ऐसे लोगों के मोबाइल पर एक एसएमएस आता है। अगर उसी दिन का एसएमएस हो तो उन्हें छोड़ दिया जाए।
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