- 40 बसों की नि:शुल्क व्यवस्था एआईसीटीएसएल द्वारा की जाएगी, मुख्यमंत्री के निर्देश पर नि:शुल्क और सुविधाजनक परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने में जुटे अफसर
इंदौर। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए जो लिंक रजिस्ट्रेशन के लिए शुरू की गई थी उसे अब बंद कर दिया है। अभी तक तीन हजार रजिस्ट्रेशन होने की जानकारी एमपीआईडीसी ने दी है। 1900 से अधिक कमरे आने वाले प्रवासियों ने पोर्टल के जरिए बुक कर लिए हैं, तो वहीं कुछ प्रवासी घरों में ठहर रहे हैं, तो कुछ अपने रिश्तेदारों-मित्रों या परिवार के साथ रहेंगे। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए भी कितने सेक्टर सेमिनार होंगे उसकी भी रूप रेखा बन गई है। आठ प्रमुख सेक्टर के अलावा एयरो स्पेस, डिफेंस और विमानन यानी एविएशन में भी निवेश की संभावनाएं टटोली जाएंगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अफसरों ने आने वाले मेहमानों को नि:शुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने की भी तैयारी शुरू कर दी है।
8 से 10 जनवरी तक प्रवासी सम्मेलन और उसके बाद 11-12 जनवरी को होने वाली समिट की तैयारियों की समीक्षा मुख्यमंत्री ने इंदौर आकर की थी, जिसमें उन्होंने आने वाले मेहमानों को किसी तरह की कोई असुविधा न हो उसके निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को कहा कि एयरपोर्ट से होटल, घर या अन्य जगह के लिए नि:शुल्क परिवहन व्यवस्था भी कराई जाए। नतीजतन कल संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें मेहमानों के होटल या घरों में रूकने तक नि:शुल्क वाहनों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। स्टार कैब, ओला, उबर जैसी कम्पनियों के माध्यम से भी यह व्यवस्था की जा रही है कि उन्हें गंतव्य तक नि:शुल्क छोड़ा जाए। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, निगमायुक्त प्रतिभा पाल, एडीएम, सीईओ स्मार्ट सिटी दिव्यांक सिंह भी मौजूद रहे। एआईसीटीएसएल को भी 40 बसों की व्यवस्था करने को कहा गया है। ये शटल सेवा एयरपोर्ट से लेकर होटल, कन्वेंशन सेंटर सहित अन्य स्थानों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए भी सेक्टोरियल चर्चा से लेकर वाद, संवाद, प्रश्नोत्तरी, पैनल, डिस्कशन, विशेषज्ञों से बातचीत सहित अन्य तैयारियों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
एग्रीकल्चर, फार्मास्युटिकल्स, लॉजिस्टिक, आईटी, टूरिज्म के साथ-साथ खादी एवं ग्रामोद्योग, हेल्थ, एज्युकेशन के अलावा सहकारिता, एयरो स्पेस और डिफेंस के साथ-साथ भारत सरकार की पीएलआई योजनाओं पर भी निवेश के प्रयास होंगे। 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी में मध्यप्रदेश का योगदान कैसे और कितना हो सकता है इस पर भी एक सेक्टर चर्चा के लिए रखा गया है। विमानन यानी एविएशन सहित तकनीकी शिक्षा, कौशल, नगरीय अदोसंरचना, मोबिलिटी, विज्ञान, प्रोद्योगिकी, गारमेंट्स सहित अन्य क्षेत्रों में भी अच्छे निवेश की संभावना व्यक्त की गई है। दूसरी तरफ प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए भी आने वाले मेहमानों में अच्छा उत्साह है। लगभग तीन हजार रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं और अब एमपीआईडीसी ने रजिस्ट्रेशन लिंक बंद कर दी है। वहीं 2650 कमरे भी पूर्व में रिजर्व करवाए गए थे, जिनमें से 1900 कमरों की बुकिंग होने के बाद शेष बचे साढ़े 700 कमरे छोड़ दिए, जिसके बाद अब ये निर्धारित होटल अपने हिसाब से ऑनलाइन बुकिंग ले रहे हैं। वहीं कई प्रवासी भारतीय इंदौरी उद्योगपतियों और अन्य प्रतिष्ठित परिवारों में भी ठहरेंगे। इसके अलावा नगर निगम एक उद्यान भी तैयार कर रहा है, जहां पर प्रवासी पौधे रोपेंगे। मुख्यमंत्री चूंकि खुद एक पौधा रोपते हैं, लिहाजा मुख्यमंत्री के साथ पौधा रोपने की व्यवस्था भी मेहमानों, निवेशकों के लिए की जा रही है। इसके लिए एक पोर्टल बनाया गया है, जिस पर मेहमान रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
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