भोपाल। राजधानी भोपाल में शनिवार देररात मूसलाधार बारिश (torrential rain) हुई। बारिश के दौरान बादल लगातार गरजते रहे और जिले के 40 किलोमीटर के दायरे में 6 हजार से अधिक जगहों पर बिजली गिरी। मौसम विभाग (weather department) के मुताबिक भोपाल और नर्मदापुरम संभागों में रविवार-सोमवार को भी तेज बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के पास हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। इसके अतिरिक्त तीन अन्य मौसम प्रणालियां भी अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय हैं, जिनके असर से मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में रुक-रुक कर बौछारें पड़ रही हैं। इसी क्रम में शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मंडला में 25, उमरिया में छह, रीवा में तीन, भोपाल में 0.6, गुना में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। वहीं, राजधानी भोपाल में शनिवार देर रात करीब दो घंटे तक काफी तेज बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रविवार-सोमवार को भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। विशेषकर भोपाल और नर्मदापुरम संभागों के जिलों में तथा बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, देवास, गुना, अशोकनगर एवं शिवपुरी जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के कारण बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभागों के जिलों में रुक-रुककर बौछारें पड़ने का सिलसिला बना हुआ है। इस तरह की स्थिति अभी बनी रहेगी। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने के बाद वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आएगी।
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