- जरा सी बारिश में बिगड़ जाते हैं रोड के हालात
- वार्ड-2 के प्रत्याशियों को झेलना पड़ा रहवासियों का गुस्सा
विदिशा। बारिश की पूरी तरह से शुरुआत भी नहीं हुई है, इसके पहले ही मामूली बारिश में जतरापुरा की मुख्य रोड बुरे हालात में पहुंच गई है। जतरापुरा और उसके लगे अन्य हिस्सों में जो वार्ड-2 के अंतर्गत आता है। रहवासियों के गुस्सा का सामना प्रत्याशियों को करना पड़ा। यहां से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी खुद असमंजस में हैं। बता दें कि इसी वार्ड के रहवासियों ने चुनाव प्रचार शुरू होने के चलते वोटिंग का बहिष्कार कर दिया था। वार्ड क्रमांक 2 के हिस्से में आने वाले जतरापुरा के इस वार्ड और गली की हालत तस्वीरों से बयां हो रही है। इसके अलावा इस रोड से जुड़े अन्य वार्डों में भी रहवासी इस बार लोकतंत्र की हत्या करने या लोकतंत्र के एक अन्य विकल्प नोटा का इस्तेमाल करने पर विचार कर रहे हैं। दरअसल चुनाव प्रचार की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही वार्ड क्रमांक 2 के रहवासियों ने इस रोड की समस्या को लेकर मतदान का बहिष्कार का ऐलान किया था। वहीं जब प्रत्याशी यहां प्रचार करने आते हैं तो उन्हें रहवासियों के गुस्से का सामना भी करना पड़ता है। खासतौर पर पूर्व की नगर पालिका परिषद भाजपा की रही है और पार्षद भी भाजपा के रहे हैं, जिसके चलते भाजपा के नेताओं को यहां से गुस्सा सहन करना मजबूरी बन रहा है।
आए दिन होते हैं हादसे
यहां सड़क पर गड्ढों की वजह से और पानी भरे होने के कारण दुपहिया वाहन चालक और चार पहिया वाहन चालक परेशान हैं तो वहीं दूसरी और यहां से गुजरने वाले पैदल यात्रियों के लिए भी बड़ी परेशानी हो रही है। यहां आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं। इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। यहां के रहवासी बताते हैं कि पिछले 1 साल से रोड की इतनी बुरी हालत हो चुकी है। शासन-प्रशासन को भी बताया गया, लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ। खास बात यह कि इसी रोड से रात में मंडी तक किसान अपनी ट्रैक्टर-ट्राली लेकर जाते हैं। व्यापारियों के बड़े-बड़े ट्रक इसी मार्ग से निकलते हैं। जतरापुरा में आगे की ओर सीसी रोड आधी अधूरी पड़ी है, जिसकी वजह से और भी ज्यादा दिक्कतें बढ़ गई हैं। रहवासियों ने जल्द से जल्स इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।