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मैनपुरीः दिलचस्प हुई गढ़ की लड़ाई, क्‍या डिंपल बचा पाएंगी मुलायम परिवार की विरासत?

नई दिल्ली। सपा संस्‍थापक मुलायम सिंह यादव (SP founder Mulayam Singh Yadav) के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri Lok Sabha Seat) पर पार्टी उम्‍मीदवार के तौर पर उतरीं डिंपल यादव (Dimple Yadav) के लिए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चाचा शिवपाल संग मजबूत कवच तैयार कर दिया है। उधर बीजेपी (BJP) भी बूथों पर पूरा जोर लगा रही है। मैनपुरी में सहानुभूति और यादव परिवार की ताकत के आगे मोदी-योगी सरकार (Modi-Yogi government) के कामों और उपलब्धियों को बड़े मुद्दे के तौर पर जनता के सामने रखा जा रहा है। इससे सतर्क अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव ने एकजुट सभाएं करने का सिलसिला तेज कर दिया है। रामगोपाल यादव, धर्मेन्‍द्र यादव, तेज प्रताप यादव और यादव परिवार के सारे दिग्‍गज गढ़ को बचाने के लिए मोर्चे पर डट गए हैं। मैनपुरी की लड़ाई अब दिलचस्‍प मोड़ पर पहुंच चुकी है। हर किसी के जेहन में अब बस एक ही सवाल उठ रहा है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के बाद हुए हर उपचुनाव में हार का सामना कर रही सपा के रथ पर सवार डिंपल क्‍या मैनपुरी में मुलायम परिवार की विरासत बचा पाएंगी?

रविवार को सैफई के बाद सोमवार को अखिलेश यादव ने जसवंतनगर में पहली बार कार्यकर्ता सम्मेलन कर वोट मांगे। मंच पर मौजूद भावुक शिवपाल ने कहा, बहू डिंपल को हमसे भी ज्यादा वोटों से जिताएं। बताते हैं कि मुलायम सिंह ने जसवंतनगर सीट शिवपाल को सौंपने के बाद यहां कभी सार्वजनिक सभा नहीं की। अखिलेश भी कभी किसी सभा में नहीं गए। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में जसवंतनगर विधानसभा सीट का अहम रोल है।


सैफई की तरह सोमवार को जसवंतनगर में आयोजित सपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में सैफई परिवार एकजुट दिखा। सम्मेलन में पहुंचते ही अखिलेश ने शिवपाल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया तो शिवपाल ने अपने स्वागत भाषण में अखिलेश को खूब सम्मान दिया। शिवपाल ने कहा जनता की मंशा थी कि हम सब एक होकर रहें। अब हम एक हैं, इसलिए सभी की जिम्मेदारी है कि डिंपल रिकॉर्ड मतों से जीतें। हमसे भी ज्यादा वोटों से जिताएं, यही नेताजी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

बीजेपी प्रत्‍याशी रघुराज्‍य शाक्‍य को शिवपाल का जवाब
शिवपाल ने भाजपा प्रत्याशी रघुराज शाक्य को अवसरवादी करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रचार किया जा रहा है भाजपा प्रत्याशी मेरा शिष्य है। वह शिष्य तो दूर की बात चेला भी नहीं रहा। वह अति महत्वाकांक्षी है। नेताजी के बहुत सपने थे। उन सपनों को मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में हम और डिंपल मिल कर पूरा करेंगे। नेताजी के सपनों को पूरा करने के लिए अखिलेश यादव का सहयोग लेंगे। भाजपा के बेईमानों ने भाई से भाई को बांटने का काम किया है। देश बांट रहे हैं। बिना रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है।

अखिलेश बोले-बीजेपी को हमारे परिवार से बड़ी परेशानी है
सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को हमारे परिवार को लेकर बहुत परेशानी है। हम दूर हो जाएं तो दुष्प्रचार करते हैं कि परिवार में झगड़ा हैं। हम साथ रहें तो कहते है परिवारवादी हैं। भाजपा की बीमारी का इलाज नहीं है। इस बीमारी का एक ही इलाज है, वोट डाल कर भाजपा को रिकार्ड मतों से हराएं।

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