नई दिल्ली। जब भी आप कहीं की भी अस्पताल (Hospital) जाते हैं तो डाक्टर सफेट कोट (Dr. White Coat) में नजर आएंगे यह सवाल हर किसी के मन में उठता है। कई लोगों के मन में तरह तरह के प्रश्न उठते हैं इनकी जगह कलर कपड़े भी पहन सकते हैं। यहां तक कि अक्सर डॉक्टर्स अपने साथ सफेद कोट कैरी करते हैं, लेकिन जब ऑपरेशन के लिए जाते हैं, तो हरे रंग का लंबा-सा कपड़ा पहन लेते हैं, किन्तु क्या आपने कभी सोचा है कि वो ऐसा क्यों करते हैं। जानिए वैज्ञानिक मत सफेद कोट पहनने के पीछे बड़ी पुरानी कहानी है। बात 19वीं सदी से पहले की है. उस समय सफेद कोट सिर्फ वैज्ञानिक और लैब में काम करने वाले लोग पहना करते थे। वैज्ञानिक उस समय डॉक्टर्स के इलाज पद्धती को गलत बताने में जुटे थे। ऐसा करने पर उन्हें शासकों द्वारा सम्मान भी मिलता था तब चिकित्सा के पेशे को विज्ञान में बदलने का फैसला लिया गया। डॉक्टर्स भी वैज्ञानिक बनने के लिए मैदान में उतर गए. बताया जाता है ऐसे में 1889 AD में डॉक्टर्स ने सफेद कोट पहनना शुरू किया। यहां तक कि आधुनिक सफेद कोट का श्रेय कनाडा के डॉ जॉर्ज आर्मस्ट्रांग को दिया जाता है। हालांकि सफेद कपड़े को शांति के प्रतीक रूप में पहना जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि हॉस्पिटल में आकर मरीज तनाव भरे माहौल में पॉजीटिव रह सके इसलिये भी डॉक्टर्स हमेशा सफेद कोट पहनते हैं।
नई दिल्ली. आजकल हर कोई पैसा कमाना (Earning money) चाहता है, सफल होना (Successful) चाहता है, लेकिन उसे पाने के लिए उस रास्ते पर चलना कम ही लोग चाहते हैं. अगर आप अपना कारोबार शुरू कर रहे या पहले से बिजनेस में हैं, लेकिन तरक्की की राह देख रहे हैं तो आपके लिए बिजनेसमैन रतन […]
सामना में बॉलीवुड पर निशाना सामना में कंगना रनौत को फिर बनाया निशाना कंगना विवाद में बॉलीवुड की चुप्पी से नाराज मुंबई। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए एक बार फिर कंगना रनौत पर जमकर निशाना साधा है। एक्ट्रेस पर मुंबई के अपमान का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि कंगना ने […]
मुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) में सोमवार को 41 कोरोना के नए संक्रमित मरीज (41 newly infected patients of corona) मिले हैं। इस दौरान कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। सूबे में वर्तमान में कोरोना के कुल 732 मरीजों का इलाज जारी है। इनमें मुंबई में 313 एक्टिव कोरोना मरीज शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे […]
– भोपाल दूसरे, ग्वालियर पांचवें और उज्जैन आठवें स्थान पर भोपाल (Bhopal)। केन्द्र सरकार (central government) द्वारा गत वर्ष देश में चलाए गये ईट राइट चैलेंज का परिणाम (Eat Right Challenge Result) गुरुवार को प्रकाशित हुआ। इसमें देश के टॉप टेन जिलों (Top ten districts of the country) में मध्य प्रदेश के तीन शहर (three […]