इंदौर न्यूज़ (Indore News)

अब रोबोट से पलासिया के बीच दौड़ेगी मेट्रो

495 करोड़ के टेंडर जारी, तीन साल में पूरा होगा काम

इंदौर (अमित जलधारी)।  शहर के विकास के लिए यह खुश खबर है कि रोबोट  चौराहे तक आ पहुंची मेट्रो ट्रेन अब गति पकड़ते हुए पलासिया तक पहुंचने वाली है। रोबोट से पलासिया तक के मेट्रो कॉरिडोर और स्टेशनों के टेंडर जारी हो चुके हैं। इस पूरे इलाके में पांच स्टेशन बनेंगे, जिनमें शहीद पार्क, खजराना चौराहा, बंगाली चौराहा, पत्रकार कॉलोनी और पलासिया चौराहा (Patrkar Colony and Palasia Square) शामिल रहेंगे, जहां से लोग अपने गंतव्य के लिए आगे बढ़ सकेंगे।

शहीद पार्क से पलासिया तक मेट्रो कॉरिडोर और 5 स्टेशन बनेंगे

मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कंपनी ने मेट्रो प्रोजेक्ट (Metro Project by Madhya Pradesh Metro Rail Company) के अगले चरण में शहीद पार्क (रोबोट चौराहा) से पलासिया तक मेट्रो कॉरिडोर व पांच मेट्रो स्टेशन बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी ने इस काम के लिए 495.32 करोड़ रुपए का टेंडर जारी कर दिया है। जो कंपनी इस हिस्से का काम लेगी, उसे तीन साल में यह काम पूरा करना होगा। आगामी चरण में शहीद पार्क, खजराना, बंगाली चौराहा, कनाडिय़ा रोड, पत्रकार कॉलोनी और पलासिया पर मेट्रो स्टेशन (Metro stations at Shaheed Park, Khajrana, Bengali Chauraha, Kanadiya Road, Patrakar Colony and Palasia) बनाए जाएंगे। खास बात यह है कि इसमें एमजी रोड पर रैंप बनाने का काम भी शामिल किया गया है।


जो टेंडर जारी किया गया है, उसमें ठेका लेने वाली कंपनी को वायाडक्ट और मेट्रो स्टेशन के अलावा दो अलग-अलग हिस्सों में रैंप भी बनाना होगा। मेट्रो कंपनी ने इन सभी कार्यों के लिए 1092 दिन (लगभग तीन साल) की मियाद तय की है। लंबे समय से शहरवासी मेट्रो का काम आगे बढऩे का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि बीते दो-ढाई साल से सुपर कॉरिडोर से एमआर-10 होते हुए पूर्वी रिंग रोड के रोबोट चौराहा तक ही काम हो रहा है। आखिरकार मेट्रो कंपनी ने रोबोट चौराहा से आगे की तरफ काम करने के लिए कदम बढ़ा ही दिया।

रीगल से आगे का रूट बना पहेली

एक तरफ मेट्रो कंपनी ने एमजी रोड पर रैंप बनाने की तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन रीगल से बड़ा गणपति के बीच अभी मेट्रो कॉरिडोर का रूट फाइनल नहीं किया है। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के अड़ंगे के बाद यह एक बड़ा मुद्दा बन गया है कि मेट्रो कॉरिडोर रीगल से कोठारी मार्केट, राजबाड़ा, बड़ा गणपति होते हुए एयरपोर्ट तक बनाया जाए या फिर ताई की बात मानी जाए। ताई का कहना है कि मेट्रो के लिए शहर के राजबाड़ा के बजाय कोई दूसरे वैकल्पिक रूट पर विचार होना चाहिए। सुभाष मार्ग का विकल्प भी उन्होंने सुझाया है, लेकिन इस पर घोषित रूप से अंतिम फैसला नहीं हुआ है। ताई जैसी वरिष्ठ नेता की आपत्ति के बाद कोई जनप्रतिनिधि इस मामले में कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। माना जा रहा है कि यह मामला मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के हस्तक्षेप के बाद ही सुलझेगा।

पहली बार कम चौड़ाई वाली सडक़ पर बनेगा कॉरिडोर

अब तक तो मेट्रो कंपनी सुपर कॉरिडोर, एमआर-10 और पूर्वी रिंग रोड जैसी चौड़ी सडक़ों पर मेट्रो कॉरिडोर बन रही है, लेकिन पहली बार इन सडक़ों से बहुत कम चौड़ाई वाली कनाडिय़ा रोड पर काम होगा। फिलहाल जहां काम हो रहा है, वहां तो सर्विस रोड के कारण लोगों को फिर भी बहुत ज्यादा तकलीफ नहीं हुई, लेकिन जैसे-जैसे कनाडिय़ा रोड पर काम शुरू होगा और पलासिया की तरफ बढ़ेगा, वैसे-वैसे जनता की परेशानियां बढ़ेंगी। कई बार मेट्रो कार्य के कारण लोगों को ट्रैफिक डायवर्शन और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से जूझना पड़ेगा। खासतौर पर बंगाली कॉलोनी से पत्रकार कॉलोनी होते हुए पलासिया के बीच सडक़ 80 से 100 तो कहीं 80 फीट चौड़ी ही बनी है। रिंग रोड और बायपास पर आने-जाने के लिए हजारों वाहन चालक कनाडिय़ा रोड का ही उपयोग करते हैं।

ओवरहेड मेट्रो को अंडरग्राउंड करने के लिए एमजी रोड पर रैंप भी बनेगा

495.32 करोड़ रुपए का जो टेंडर मेट्रो कंपनी ने जारी किया है, उसमें एमजी रोड पर रैंप बनाने का काम भी शामिल है। इसका सीधा मतलब यही है कि मेट्रो रूट एमजी रोड (पलासिया से रीगल तिराहा के बीच) से होते हुए ही गुजरेगा। सूत्रों ने बताया कि यह रैंप ट्रेजर आईलैंड से हाईकोर्ट के बीच बनना है। एमजी रोड पर बड़ा गणपति से आगे मेट्रो अंडरग्राउंड से ओवरहेड होगी, वहां भी इसी तरह का रैंप बनाया जाएगा।

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