भोपाल। हरियाणा और उससे लगे पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख एकबार फिर बदलने लगा है। इससे दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। इसके अतिरिक्त बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके शक्तिशाली होकर चक्रवाती तूफान में बदलकर दो-तीन दिसंबर को तमिलनाडु के तट से टकराने की संभावना है। इसके अतिरिक्त तीन दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत में पहुंचने के आसार हैं। इन तीन सिस्टम के कारण मौसम का मिजाज और बदलेगा। इससे अभी चार दिनों तक कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद है।
राजधानी भोपाल में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। सोमवार की रात पिछले दिनों की अपेक्षा गर्म रही और मंगलवार सुबह भी सर्दी का एहसास कम हुआ। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि तीन दिन पहले हवा का रुख उत्तरी, उत्तर-पूर्वी होने से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर दिन और रात के तापमान में गिरावट होने लगी थी। हरियाणा पर बने सिस्टम के कारण मौसम में बदलाव होने लगा है। हवा का रुख कभी पूर्वी तो कभी उत्तर-पश्चिमी हो रहा है। इससे तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगी है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम के सोमवार को गहरा अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित हो सकता है। इसके बाद इस सिस्टम के चक्रवाती तूफान में बदलकर दो-तीन दिसंबर को तमिलनाडु के तट से टकराने की संभावना है।