जिन महिलाओं की डिलेवरी हुई, उनके परिजन भी अटके
इंदौर। संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर पीसी सेठी अस्पताल (PC Sethi Hospital) में बच्चों के इलाज ( Treatment) के विशेष वार्ड बनाया गया है। कल दोपहर मुख्यमंत्री इसके निरीक्षण के लिए पहुंचने वाले थे, लेकिन यहां पहले से भर्ती महिला मरीज, जिनकी डिलेवरी (Delivery) हुई थी, के अटेंडरों ( Attenders) को दोपहर 12 बजे से अंदर जाने से मना कर दिया था, लेकिन सीएम (Chief Minister) शाम साढ़े 4 बजे यहां पहुंचे।
इंट्री बंद करने से मरीजों के परिजनों में आक्रोश था। उनका कहना था कि कई महिलाओं की डिलेवरी कल रात तो कई की आज सुबह हुई है और उनके साथ अटेंडरों का रहना जरूरी है। साथ ही खाने-पीने का सामान भी उन्हें देने जाना है, लेकिन हमें यहीं रोक दिया गया है। कई महिलाओं को समय पर खाना नहीं पहुंच पाया। गेट पर तैनात महिला सुरक्षाकर्मी भी अटेंडरों के साथ अभद्रता करते देखी गईं और महिलाओं को वहां से भगा दिया। यहां भर्ती देवास जिले की एक महिला का पति उसे खाना देने के लिए परेशान होता रहा। बाद में एक पुलिस जवान की मदद से उसे खाना पहुंचाया गया। वहीं महिला मरीजों के साथ अटेंडर महिलाओं को तब तक रोके रखा गया, जब तक कि सीएम यहां आकर निकल नहीं गए।
झोले-थैलियों सहित बाहर कर दिया
पीसी सेठी अस्पताल में इंदौर सहित आसपास के शहरों और गांवों से महिलाएं प्रसूति के लिए आती हैं। कल सीएम के आने के पहले अटेंडरों को बाहर तो किया ही, साथ ही उनके सामान को भी बाहर रखवा दिया। अटेंडरों का कहना था कि थैली में ही खाने का सामान रखा था और उसे सुबह से ही बाहर रखवा दिया गया।