इंदौर न्यूज़ (Indore News)

अब वाहनों का लॉकडाउन नहीं, बल्कि तीन दिन के लिए करेंगे चक्काजाम


कोरोना में अत्यावश्यक सामग्री के परिवहन को लेकर ट्रांसपोर्टरों ने बदला अपना निर्णय
इन्दौर। अपनी मांगों को लेकर 10 अगस्त से लॉकडाउन करने वाले कमर्शियल वाहनों के संचालक और ट्रांसपोर्टर अब केवल 3 दिन के लिए चक्काजाम करेंगे। पहले 10 तारीख से ही अनिश्चितकाल के लिए वाहनों को बंद करने की घोषणा की गई थी, लेकिन बाद में हुई मीटिंग में तय किया गया कि कोरोना काल में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित होगी, इसलिए सरकार को चेताने के लिए 3 दिन का ही सांकेतिक चक्काजाम किया जाएगा।
आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस द्वारा पूरे प्रदेश में कमर्शियल वाहनों की हड़ताल के संबंध में बताया गया कि केवल 3 दिन के लिए हम सांकेतिक चक्काजाम कर रहे हंै। लॉकडाउन के दौरान हम सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि ट्रांसपोर्टरों और कमर्शियल वाहन मालिकों पर आर्थिक भार आ रहा है। लगातार बढ़ रहे डीजल के दामों को लेकर भी हमने राहत की मांग की, लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। संस्था के उपाध्यक्ष विजय कालरा ने कहा कि इसके साथ ही प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहा है, जिससे सभी परेशान हैं। यही नहीं, आरटीओ की बॉर्डर पर बनी चेकपोस्ट को बंद किया जाए, ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लग सके। वहीं रोड टैक्स, गुड टैक्स से दो तिमाहियों की छूट भी दी जाए और देरी से जमा करने पर दंड भी नहीं लगे। इसी को लेकर 10 अगस्त से संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई थी, लेकिन कोरोना के चलते हमने अभी 3 दिन का ही सांकेतिक चक्काजाम करने की घोषणा की है। 10, 11 और 12 अगस्त को किसी प्रकार की बुकिंग नहीं ली जाएगी और न ही गाडिय़ों को कहीं भेजा जाएगा। जहां जो गाडिय़ां हैं, वहीं उन्हें खड़ा कर दिया जाएगा और सरकार को अपनी मांग मनवाने के लिए ज्ञापन दिए जाएंगे।
टैक्स कम नहीं किया, बल्कि उसे भरने की तारीख बढ़ा दी
दूसरी ओर यात्री बसों के संचालक भी परेशान हैं। 23 मार्च से यात्री बसों का संचालन बंद है, लेकिन इन बसों का टैक्स बढ़ता जा रहा है। बस ऑपरेटर राज्य सरकार से टैक्स माफ करने की मांग लगातार कर रहे हैं, लेकिन सरकार हर बार टैक्स भरने की तारीख आगे बढ़ाती जा रही है। इस बार टैक्स भरने की तारीख 31 अगस्त कर दी गई है। बस ऑपरेटरों का कहना है कि जो बसें फाइनेंस पर ली गई हैं, उनकी किस्तें भी बकाया हो गईं और बस ऑपरेटरों पर आर्थिक बोझ आ गया है। लॉकडाउन की अवधि में बस संचालन में शामिल ड्राइवर, कंडक्टर और अन्य स्टाफ की मदद भी की गई, लेकिन सरकारी मदद अभी तक किसी को नहीं मिली है। इसी को लेकर अधिकांश बस ऑपरेटरों ने यात्री बसों का संचालन बंद कर रखा है।

Share:

Next Post

मंत्री पुत्र पॉजिटिव, रविवार को भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में थे शामिल

Sat Aug 1 , 2020
सांवेर उपचुनाव के चलते सक्रिय थे नितेश सिलावट, उनसे जुड़े लोगों की भी होगी जांच इन्दौर। मंत्री तुलसी सिलावट के बड़े पुत्र नितेश के पॉजिटिव आने के बाद अब उनके संपर्क में आने वाले लोगों से जांच कराने या अपने आपको क्वारेंटाइन में रहने के लिए कहा गया है। सांवेर में उपचुनाव के चलते नितेश […]